admin Posted September 5, 2020 Share Posted September 5, 2020 कर्म धूल को हैं चिपकाती, आतम को मैला है बनाती । नाम कषायों के भेद सहित बतलाओ, छुटकारा तुम इनसे पाओ ॥ रात्रि 10 बजे तक उत्तर दे सकते हैं सभी के द्वारा दिए गए उत्तर रात्रि 10 बजे तक छुपे रहेंगे Link to comment Share on other sites More sharing options...
Arham jain Posted September 5, 2020 Share Posted September 5, 2020 कृोध, मान, माया, लोभ Link to comment Share on other sites More sharing options...
Moni Jain Posted September 5, 2020 Share Posted September 5, 2020 कषाय के 25 भेद है 16 कषाय+9 नोकषाय क्रोध, मान, माया, लोभ चारो के चार भेद अनंतानुबंघी कषाय अप्रत्याख्यानावरण कषाय प्रत्याख्यानावरण कषाय संज्जवलन कषाय हास्य, रति, आरति, शोक, भय, जुगुप्सा, स्त्रीवेद, पुरुषवेेद, नपुंसाकवेद Link to comment Share on other sites More sharing options...
Beena sethi Posted September 5, 2020 Share Posted September 5, 2020 अनन्तानुबन्धी, अप्रत्यखान,प्रत्याख्यान ,सनज्ज्वल कषाय सभी के क्रोध मान माया लाभ कषाय Link to comment Share on other sites More sharing options...
मधुर जैन Posted September 5, 2020 Share Posted September 5, 2020 कृोध, मान, माया, लोभ Link to comment Share on other sites More sharing options...
Neelima Agarwal Posted September 5, 2020 Share Posted September 5, 2020 7 hours ago, admin said: कर्म धूल को हैं चिपकाती, आतम को मैला है बनाती । नाम कषायों के भेद सहित बतलाओ, छुटकारा तुम इनसे पाओ ॥ रात्रि 10 बजे तक उत्तर दे सकते हैं सभी के द्वारा दिए गए उत्तर रात्रि 10 बजे तक छुपे रहेंगे कषाय सामान्य से चार प्रकार की होती हैं। क्रोध, मान, माया, लोभ। इनमें अनन्तानुबन्धी क्रोध, मान, माया, लोभ। अप्रत्याख्यानावरण क्रोध, मान, माया, लोभ । प्रत्याख्यानावरण क्रोध, मान, माया, लोभ एवं संज्वलन क्रोध, मान, माया, लोभ। 7 hours ago, admin said: कर्म धूल को हैं चिपकाती, आतम को मैला है बनाती । नाम कषायों के भेद सहित बतलाओ, छुटकारा तुम इनसे पाओ ॥ रात्रि 10 बजे तक उत्तर दे सकते हैं सभी के द्वारा दिए गए उत्तर रात्रि 10 बजे तक छुपे रहेंगे कषाय सामान्य से चार प्रकार की होती हैं। क्रोध, मान, माया, लोभ। इनमें अनन्तानुबन्धी क्रोध, मान, माया, लोभ। अप्रत्याख्यानावरण क्रोध, मान, माया, लोभ । प्रत्याख्यानावरण क्रोध, मान, माया, लोभ एवं संज्वलन क्रोध, मान, माया, लोभ। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Sushma Nayan Jain Posted September 5, 2020 Share Posted September 5, 2020 आनंतानुबंधी_ क्रोध, मान, माया व लोभ अप्रत्याख्यानावरण _क्रोध ,मान ,माया व लोभ प्रत्याख्यानावरण _क्रोध, मान, माया व लोभ संज्वलन _क्रोध ,मान ,माया,व लोभ Link to comment Share on other sites More sharing options...
AmritaJain Posted September 5, 2020 Share Posted September 5, 2020 कषाय के 25 भेद हैै-16 कषाय+9 नोकषाय क्रोध, मान, माया, लोभ चारो के चार भेद अनंतानुबंघी कषाय अप्रत्याख्यानावरण कषाय प्रत्याख्यानावरण कषाय संज्जवलन कषाय 9 नोकाषय हास्य ,रति, आरति, शोक, भय, जुगुप्सा, स्त्रीवेद, पुरुषवेेद, नपुंसाकवेद Link to comment Share on other sites More sharing options...
Mona_Jain Posted September 5, 2020 Share Posted September 5, 2020 कसाय चार होती हैं। क्रोध मान माया लोभ। चार कषाय के चार चार भेद होते हैं। 1 अनंतानुबंधी क्रोध मान माया लोभ। 2 अप्रत्यख्यान क्रोध मान माया लोभ 3 प्रत्यख्यान क्रोध मान माया लोभ 4 संजुलन क्रोध मान माया लोभ हास्य, रति, अरति, भय जुगुप्सा, शोक स्त्री भेद, नपुंसक भेद, पुरुष भेद। इस प्रकार कषाय के कुल 25 भेद हुए। Link to comment Share on other sites More sharing options...
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