कसाय चार होती हैं।
क्रोध मान माया लोभ। चार कषाय के चार चार भेद होते हैं। 1 अनंतानुबंधी क्रोध मान माया लोभ।
2 अप्रत्यख्यान क्रोध मान माया लोभ
3 प्रत्यख्यान क्रोध मान माया लोभ
4 संजुलन क्रोध मान माया लोभ
हास्य, रति, अरति, भय जुगुप्सा, शोक स्त्री भेद, नपुंसक भेद, पुरुष भेद। इस प्रकार कषाय के कुल 25 भेद हुए।