णमोकार मन्त्र के एक अक्षर से सात सागर के पाप कट जाते है
पांच अक्षरों का पाठ करने से पचास सागर के पाप कट जाते हैं
पूर्ण मन्त्र का उच्चारण करने से पाँच सौ सागर के पाप कट जाते हैं।
णमोकार मन्त्र को प्राकृत भाषा एवं आर्या छंद में लिखा गया है। णमोकार मन्त्र की रचना किसी ने भी नहीं की, यह अनादिनिधन मन्त्र है, अर्थात् यह अनादिकाल से है और अनन्तकाल तक रहेगा।