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  1. श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, गुणावाँजी नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, गुणावाँजी, मु.पो. गुणावाँ, जिला - नवादा (बिहार) पिन - 805 110 टेलीफोन - 093348 37581 (सुभाष जैन) क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 2, कमरे (बिना बाथरूम) - 5, हाल - 1 (यात्री क्षमता - 40), गेस्ट हाउस x यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 100 त्यागी भवन - है भोजनशाला - है, अनुरोध पर सशुल्क विद्यालय - नहीं औषधालय - नहीं पुस्तकालय - नहीं आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - नवादा - 3 कि.मी. बस स्टेण्ड - नवादा -2 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - गया जंक्शन से नवादा रेल एवं बस द्वारा । निकटतम प्रमुख नगर - गया - 65 कि.मी., पटना - 120 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री बिहार प्रादेशिक दि. जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी अध्यक्ष - श्री आर. के. जैन, मुम्बई मंत्री - श्री अजयकुमार जैन, आरा, पटना (०9334396920) प्रबन्धक - श्री सुभाष जैन, गुणावाँ क्षेत्रीय मंत्री - श्री सदयचन्द जैन, नवादा (094700 27063) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 02 क्षेत्र पर पहाड़ - नहीं ऐतिहासिकता - यह पवित्र स्थल इन्द्रभूति गौतम गणधर का निर्वाण स्थल माना जाता है। विशेष जानकारी - यहाँ एक सरोवर है जिसके मध्य में मन्दिर बना है। मन्दिर तक पहुँचने के लिये 60 मीटर लम्बा पुल है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र श्री सम्मेदशिखरजी - 180 कि.मी. श्री मन्दारगिरजी -290 कि.मी. (वायाचम्पापुर) श्री राजगिरजी - 30 कि.मी., कोल्हुआ पहाड़ - 130 कि.मी., पावापुरी - 22 कि.मी., कुण्डलपुर (नालन्दा) - 42 कि.मी. गुलजार बाग पटना - 120 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  2. अतिशय क्षेत्र कारकल कर्नाटक नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, कारकल, जिला - उडुपि (कर्नाटक) पिन - 574104 टेलीफोन - 08258233977 (मठ) - 233099 (कमेटी), 09964159927 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 8, कमरे (बिना बाथरूम) - 5 हाल - 2, गेस्ट हाऊस - X यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 1000. भोजनशाला - है। विद्यालय - नहीं औषधालय - है। पुस्तकालय - है। आवागमन के साधन रेलवे स्टेशन - मेंगलौर - 53 कि.मी. बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग - कारकल - 8 कि.मी. मूडबिद्री या मंगलौर से सड़क मार्ग द्वारा निकटतम प्रमुख नगर - मूडबिद्री - 16 कि.मी., मेंगलौर - 53 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - भट्टारक मठ एवं श्राविकाश्रम अध्यक्ष - श्री राजगुरू स्वस्तिश्री ललित कीर्ति भट्टारक जी प्रबन्धक - तेजप्पा (09964159927) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 23 क्षेत्र पर पहाड़ - दो पहाड़ हैं। बड़े पहाड़ पर 150 एवं छोटे पहाड़ पर 20 सीढ़ियाँ हैं। ऐतिहासिकता - सन् 1432 में कारकल नरेश वीर पांडव द्वारा 13 मीटर ऊँची बाहुबली स्वामी की प्रतिमा स्थापित कराई गई थी। यहाँ पर 12 प्राचीन दिगम्बर जैन मन्दिर हैं तथा कुल मिलाकर 23 जैन मन्दिर हैं। 1000 वर्ष पुराना क्षेत्र है, शिल्पकला हेतु प्रसिद्ध है। जैन राजा का कार्य क्षेत्र रहा है। समीपवर्तीतीर्थक्षेत्र - मूड़बिद्री, - 16 कि.मी., हॅमचा - 110 कि.मी., श्रवणबेलगोला - 225 कि.मी. , वारंगल, कुन्दकुन्द बेट्ट, ज्वालामालिनी आदि | आपका सहयोग :जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  3. सिद्ध क्षेत्र कनकगिरि कर्नाटक नाम एवं पता - श्री कनकगिरि दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र, कनकगिरि ग्राम - पो. - मलेयूर, तह. एवं जि.-चामराजनगर (कर्नाटक) पिन - 571128 टेलीफोन - 08226-211786, 210786, 09449203201 क्षेत्र पर उपलब्ध आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 20 यात्री निवास 18 कमरे अटैच सुविधाएँ - हाल-3 (यात्री क्षमता-100+50+50), यात्री ठहराने की कुल क्षमता-300, गेस्ट हाऊस - 13 भोजनशाला - है, नियमित पुस्तकालय - पुस्तके - 5000, शास्त्र- 100 औषधालय - है। विद्यालय - स्कूल/कॉलेज/आश्रम आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - कवलन्दे - 10 कि.मी.मैसूर - 52 कि.मी. बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग - मलेयूर - 1 कि.मी. नंजनगुड़ (ऊटी हाईवे) से 25 कि.मी. चामराजनगर 20 कि.मी. निकटतम प्रमुख नगर मैसूर शहर-58 कि.मी., मैसूर-ऊटी के मध्य नंजनगुड़ शहर-25 कि.मी., हरवे-4 कि.मी., मूगूर-50 कि.मी., उम्मत्तूर-35 कि.मी., कुदेरू-2 कि.मी.तगडूर-20 कि.मी. एचिगनहल्ली- 35 कि.मी., बैंगलोर-200 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री दिगम्बर जैन मठ, कनकगिरि अध्यक्ष - स्वस्ति श्री भट्टारक भुवनकीर्ति जी मंत्री - श्री विनोद बाकलीवाल, मैसुर (9900420001) प्रबन्धक - श्री मेघराज (09449203201) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 3 (24 चरण-प्रत्येक नसियाएँ) क्षेत्र पर पहाड़ - है,350 सीढ़ियाँ हैं वाहन ऊपर तक जा सकते हैं। ऐतिहासिकता - कनकगिरि या कनकाद्रि के नाम से जाना जाता है। आचार्य श्री पूज्यपाद स्वामी की तपोभूमि एवं समाधि क्षेत्र, कर्नाटक, केरल एवं तमिलनाडु राज्यों की सीमा पर स्थित मलेयर गांव में स्थित है। भगवान महावीर का विहार यहाँ हुआथा। कर्नाटक राज्य के मैसूर नगर से 50 कि.मी. की दूरी पर स्थित मनोरम शिलाखण्डों का पर्वत सूर्यपुर के महान तपोनिधि सुप्रतिष्ठ महामुनि ने घोरतप साधना के फलस्वरूप केवलज्ञान प्राप्त कर मोक्ष प्राप्त किया। अन्तिम श्रुतकेवली भद्रबाहु स्वामी से सम्बद्घ शिलालेख एवं गुफायें यहाँ उपलब्ध है। श्री अनन्तबल मुनि का यह केवल ज्ञान स्थल है। यह ज्ञानचन्द मुनि की मोक्ष स्थली है। जैन मुनि तपस्वियों के साधकों की सल्लेखना विधिपूर्वक समाधि के बारे में 27 से भी अधिक शिलालेख हैं। चौबीस तीर्थंकरों के चरण स्थापित, टोंकेभी निर्मित हैं। समीपवर्ती दर्शनीय एवं तीर्थक्षेत्र श्रवणबेलगोला, वाया मैसूर -140, चन्द्रनाथगिरि, वेनाडू (केरल) केलसुरा, ऊंटी-138 आ.वीरसेनस्वामी -घवला के अमूल्यग्रंथों के रचयिता की तपोभूमि- श्री दिग. जैन मठ भी है। प्राचीन तीर्थक्षेत्र है, अनेक जैनाचार्यों की समाधिस्थली है। आपका सहयोग :जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  4. अतिशय क्षेत्र कमठाण कर्नाटक नाम एवं पता - श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान दि. जैन अतिशय क्षेत्र, कमठाण त. एवं जिला - बीदर (कर्नाटक) पिन - 585 226 टेलीफोन - 08482-229524, 220295, मो. : 098803 95004, 09845334456 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - X, कमरे (बिना बाथरूम) - 12, हाल - 2 (यात्री क्षमता - 200+300), गेस्ट हाऊस - X यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 200+300 = 500 प्रवचन हाल - 300 व्यक्तियों के बैठने की क्षमता भोजनशाला - नि:शुल्क, अनुरोध पर, आधुनिक सुविधा से युक्त औषधालय - है। पुस्तकालय - है। विद्यालय - नहीं एस.टी.डी./पी.सी.ओ. - है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - बीदर - 9 कि.मी. बिदर जिला केन्द्र स्थान है। बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग - कमठाण - 1/2 कि.मी. रेल अथवा सड़क मार्ग, मुम्बई - हैदराबाद राष्ट्रीय राजमार्ग क्र.9- 19 कि.मी. की दूरी पर है। नोट : बीदर जैन मंदिर में भी ठहरने के लिए कमरों की व्यवस्था है एवं 100 व्यक्तियों के ठहरने की एक हॉल की व्यवस्था है। निकटतम प्रमुख नगर - बीदर - 9 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री 1008 पार्श्वनाथ भगवान दि. जैन अतिशय क्षेत्र, कमठाण ट्रस्ट अध्यक्ष - श्री जिनेन्द्र एन. टिक्के (09880395004) मंत्री - श्री अशोक आर. वनकूदरे (09448123267) प्रबन्धक - श्री पद्मण्णा बेलकीरे (09242845465) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01 क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : रट्ट राजवंश के राजाओं द्वारा निर्मित भगवान पार्श्वनाथ की ध्यानमग्न पद्मासन प्रतिमा 4 फीट ऊँची 1100 वर्ष प्राचीन, अति सुन्दर एवं मनोहारी हैं। देखने वालों को ऐसा प्रतीत होता है कि साक्षात तीर्थकर मौन व्रत धारण कर तपस्या में जीवंत बैठे हुए हैं। सन् 1989 में आचार्य श्री श्रुतसागरजी मुनि महाराजजी ने भगवान की प्रतिमाजी को गुफा के ऊपरी भाग में प्रतिष्ठापित करवाया। प्रतिमा की महिमा बहुत है। आज भी अनेक अतिशयकारी घटनायें देखने को मिलती है। विशेष जानकारी : प्रति वर्ष माघ शुक्ल 5 से 7 तकरथयात्रा महोत्सव मनाया जाता है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र अतिशय क्षेत्र हणसी, हड्गील, जिला-गुलबर्गा - 142 कि.मी. अतिशय क्षेत्र - कुलचारम् (आंध्र प्रदेश) - 92 कि.मी. समीपवर्ती अन्य दर्शनीय एवं ऐतिहासिक स्थल - बीदर नगर में जैन मंदिर देखने लायक है। 100 कि.मी. की दूरी पर 'मान्य-खेट। (मल-खेड़) में भगवान मल्लिनाथजी का मंदिर है, जो गुलबर्गा जिले में है। भगवान जैन त्रिकूटमंदिर, हरसूर, जिला-गुलबर्गा -100 कि.मी. आपका सहयोग :जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  5. चम्पापुर (सिद्ध क्षेत्र) नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन बीसपंथी सिद्धक्षेत्र मंदिर, चम्पापुर, छपरावाला ट्रस्ट कोठी, पो.- नाथनगर, जिला - भागलपुर (बिहार) पिन -812006 टेलीफोन - 088638 79621, 094724 63388 (तेरापंथी कोठी) क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे(अटैच बाथरूम)- 26 (ते.) 21 (बी.), कमरे (बिना बाथरूम)- 15(बी.), हाल- 4(ते.) 1(बी.) एसी एवं कुलर कमरे- 26(ते.)11(बी) यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 1400 भोजनशाला - है, सशुल्क विद्यालय - नहीं आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - भागलपुर - 4 कि.मी. बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग - भागलपुर बागबाड़ी, टी.एन.बी. कॉलेज - '०' माईल रेल व सड़क मार्ग दोनों निकटतम प्रमुख नगर - भागलपुर - 4 कि.मी. - 110 कि.मी. पटना - 230 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री चम्पापुर दिगम्बर जैन बीसपंथी मन्दिर (छपरावाला ट्रस्ट) अध्यक्ष - श्री पुष्पदंत जैन (छपरा) मंत्री - श्री मनोज पाटनी (भागलपुर) 09431001597 प्रबन्धक - श्री राजेश जैन (088638 79621, 091998 32931) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 02 कोठी (19 मंदिर तेरापंथी कोठी, 35 वेदियाँ बीसपंथी कोठी) क्षेत्र पर पहाड़ - नहीं ऐतिहासिकता - यहाँ पर बारहवें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य के पाँचों कल्याणक हुए हैं। विशेष जानकारी - बीसपंथी कोठी एवं तेरापंथी कोठी की धर्मशालाओं में ही मन्दिर व क्षेत्र कार्यालय स्थित है। इसके अलावा भागलपुर कोतवाली जैन मंदिर में भी धर्मशाला एवं भव्य मन्दिर हैं। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र मंदारगिरि (बौसी) - 55 कि.मी., नवादा - 190 कि.मी., शिखरजी - 265 कि.मी. गुणावाँ - 193 कि.मी., पावापुरी - 216 कि.मी., कुण्डलपुर - 235 कि.मी., राजगिर - 250 कि.मी., सुल्तानगंज - 22 कि.मी. (दिगम्बर जैन मन्दिर) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  6. बासोकुण्ड (वैशाली) कल्याणक क्षेत्र नाम एवं पता - भगवान महावीर जन्म स्मारक, बासोकुण्ड विदेह कुण्डपुर (वैशाली), ग्राम - बासोकुण्ड, तह.-सरैया, जि. मुजफ्फरपुर (बिहार) पिन - 844128 टेलीफोन - (मंत्री) 09835266811, 075440 03396-3397 (पटना ऑफिस) क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच्ड बाथरूम) - 5 गेस्ट हाउस -18 कमरे (अटैच्ड लेट बाथ) हाल -1(यात्री क्षमता - ), डाक बंगला - है यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 1000 यात्री निवास - 24 कमरे (अटैच्ड लेट बाथ) भोजनशाला - है-सशुल्क अन्य - प्राकृत, जैन शास्त्र एवं अहिंसा शोध संस्थान औषधालय - नहीं पुस्तकालय - नहीं विद्यालय - नहीं एस.टी.डी./पी.सी.ओ. - है आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - हाजीपुर - 38 कि.मी. बस स्टेण्ड पहुँचने का सरलतम मार्ग - पटना -62 कि.मी., वैशाली 0.5 कि.मी. पटना होते हुए निकटतम प्रमुख नगर - पटना - 62 कि.मी., हाजीपुर - 38 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - भगवान महावीर स्मारक समिति, पटना अध्यक्ष - श्री एन.के. सेठी, जयपुर (09414058167) मंत्री - श्री रतनलाल गंगवाल, पटना (09835266811) पत्राचार का पता - ‘जैन सदन', गोविन्द मिश्रा रोड, पटना-800004 (बिहार) कोषाध्यक्ष - श्री सुरेन्द्र कुमार गंगवाल, पटना (०9334128122) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 2 क्षेत्र पर पहाड़ - नहीं ऐतिहासिकता - कतिपय पुराविदों की मान्यता के अनुसार ईसा से 599 वर्ष पूर्व चैत्र शुक्ल त्रयोदशी के दिन विदेह क्षेत्र में वैशाली के बासोकुण्ड में राजा सिद्धार्थ एवं रानी त्रिशला के घर बालक वर्द्धमान का जन्म यहां हुआ। कुछ अजैन भी श्रद्धा रखकर पूजा अर्चना करते हैं। इस भूमि पर वर्ष 1956 में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने भगवान महावीर स्मारक निर्माण हेतु शिलान्यास किया एवं स्व. साहू शांति प्रसाद जैन ने 'प्राकृत, जैन शास्त्र एवं अहिंसा शोध संस्थान की स्थापना की। भारत सरकार ने भगवान महावीर के 2600 वें जन्म कल्याणक महोत्सव पर वैशाली के विकास हेतु बड़ा योगदान दिया। यहां भगवान महावीर स्मारक समिति के माध्यम से तीर्थ के विकास का कार्य प्रारम्भ हो चुका है भव्य दिगम्बर जैन मन्दिर नया बना है । साधु- संतों हेतु आवास, यात्री-निवास, गेस्ट हाऊस, भोजनालय, संग्रहालय, पुस्तकालय आदि का निर्माण प्रस्तावित है। वैशाली में 52 पोखर तालाब से प्राप्त भगवान महावीर की अतिशयकारी काले पाषाण की मूर्ति गाँव के मंदिर में विराजमान है। समीपवर्ती दर्शनीय एवं तीर्थक्षेत्र गौतम बुद्ध ने ज्ञान की शिक्षा इसी नगरी से प्राप्त की है। बुद्धत्व प्राप्ति के बाद वे कई बार यहाँ पधारे। आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  7. अतिशय क्षेत्र आरा, बिहार नाम एवं पता - भगवान बाहुबली स्वामी महावीर स्वामी दि. जैन अतिशय क्षेत्र, आरा धर्मकुंज, धनपुरा,आरा, जिला - भोजपुर (बिहार) पिन - 802301 टेलीफोन - 094314 19369, 093081 41042 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 8, कमरे (बिना बाथरूम) - 15, हाल - 1 (यात्री क्षमता - 150), गेस्ट हाउस - 1 यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 200. भोजनशाला - नहीं विद्यालय - है औषधालय- है पुस्तकालय - है आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन आरा -2 कि.मी. बस स्टेण्ड आरा - 1 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - आरा स्टेशन से बस या टेक्सी द्वारा (आरा-पटना मुख्य मार्ग पर) निकटतम प्रमुख नगर - आरा - 2 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - भगवान बाहुबली स्वामी महावीर दि. जैन अतिशय क्षेत्र अध्यक्ष - श्री अजयकुमार जैन (09334396920) मंत्री - श्री प्रशान्तकुमार जैन (09431419369) प्रबन्धक - श्री पंकज जैन (06182691901) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - शहर में कुल 40 मन्दिर हैं। क्षेत्र पर पहाड़ - नहीं ऐतिहासिकता - यहाँ महिलारत्न ब्र. पं. चन्दाबाई द्वारा स्थापित श्री । जैन बाला विश्राम संचालित है। कई बालिकाएँ जैन संस्कृति के अनुसार शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। प्रत्येक 12 वर्ष में भ. बाहुबली स्वामी की विशाल एवं अद्वितीय प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक किया जाता है। विशेष जानकारी - आरा बहुत ही प्राचीन शहर है। यहाँ जैन समुदाय की 3 धर्मशालाएँ एवं अनेक विद्यालय संचालित हैं। यहाँ 40 शिखरबन्द दिगम्बर जैन मन्दिर हैं। उत्तर भारत का प्रसिद्ध श्री जैन सिद्धांत भवन ग्रंथागार है, जहाँ हजारों ताड़पत्रीय एवं हस्तलिखित जैन ग्रंथसंग्रहीत हैं। समीपवर्तीतीर्थक्षेत्र श्री कमलदहजी गुलजार बाग (सेठ सुदर्शन का निर्वाण स्थल) - 50 कि.मी. यहाँ से राजगृही, पावापुरी, कुंडलपुर, गुणावाँजी, आदि स्थानों की यात्रा सुगम है। आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  8. अतिशय क्षेत्र सूर्यपहाड़ असम नाम एवं पता - श्री सूर्यपहाड़ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, ग्राम-दुवापाड़ा, तह.- मोरनोई, जिला-ग्वालपाड़ा (असम), पिन कोड - 783 101 टेलीफोन - 9957889957, 8011021913, 9854768151, 9435118987 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास : कमरे (अटैच बाथरूम) - X, कमरे (बिना बाथरूम) - 6 हाल - 1 (बिस्तर वाला) यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 100 नोट : गुवाहाटी में यात्रियों के ठहरने हेतु महावीर भवन है। भोजनशाला : अनुरोध पर सशुल्क औषधालय : निःशुल्क होमियोपेथी पुस्तकालय : है | विद्यालय : लॉर्ड आदिनाथ अकादमी है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन : ग्वालपाड़ा - 18 कि.मी., गुवाहाटी - 140 कि.मी. बस स्टेण्ड : गुवाहाटी दिल्ली, मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई, त्रिवेन्द्रम, जयपुर से सीधी रेल एवं हवाई सेवा से जुड़ा है। निकटतम प्रमुख नगर : ग्वालपाड़ा- 15 कि.मी., दुवापाड़ा-3 कि.मी., दुधनै-25 कि.मी., कृष्णेय-14 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था : श्री सूर्यपहाड़ दि. जैन अतिशय क्षेत्र विकास समिति अध्यक्ष : श्री महावीर प्रसाद गंगवाल (09435011369) मंत्री : श्री विजय कुमार पांड्या (088768 28477) अतिरिक्त महामंत्री : श्री निरंजन गंगवाल (9864411388) प्रबन्धक : श्री मोतीलाल जैन 'प्रभाकर' (09957889957) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01+2 चैत्यालय क्षेत्र पर पहाड़ : बहुत मनोरम पहाड़ है। लगभग 250 सीढ़ियाँ एवं ऊपर वाहन नहीं जाते हैं। ऐतिहासिकता : गुवाहाटी से लगभग 140 कि.मी. की दूरी पर गोवालपाड़ा (ग्वालपाड़ा) जिले के अन्तर्गत सूर्य पहाड़ नामक एक पर्वत है। यहाँ उत्कीर्णित जैन मूर्तियों की लोग विभिन्न देवी देवताओं के रूप में उपासना करते हैं। सन् 1975 में सूर्यपहाड़ की एक गुफा में एक चट्टान पर उकेरी भगवान आदिनाथ व पद्मप्रभु की खड्गासन मूर्तियां प्राप्त हुई। सन् 1994 में पुनः श्री सुपाश्र्वनाथ तीर्थंकर की एक प्राचीन मूर्ति प्राप्त हुई। पुरातत्ववेताओं ने इन मूर्तियों का निर्माण काल 8वीं शताब्दी के आस पास बताया है। पुरातत्व के आधार पर कभी यह स्थल हिन्दू, बौद्ध एवं जैन धर्मों का प्रभावशाली केन्द्र रहा। भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा ने इस क्षेत्र (सूर्य पहाड़) के विकास हेतु समिति का गठन किया। असम सरकार ने क्षेत्र के विकास हेतु 52 बीघा भूमि महासभा को आबंटित की है। वार्षिक मेला : भगवान आदिनाथ का निर्वाण कल्याणक माघ कृष्ण चतुर्दशी को सन् 1994 से मनाया जाता है। प्रति वर्ष धार्मिक मेला भी आयोजित होता है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र : सूर्य मंदिर, शिव मंदिर, बुद्ध स्तूप, लखी पहाड़, पंचरतन पर्वत, वेद-हुआ, पगलाटेक। यहाँ अनेक शिवलिंग हैं। सम्पर्क सूत्र : मोतीलाल जैन 'प्रभाकर' श्री सूर्यपहाड़ग्वालपाड़ा, वास्तु शास्त्री, प्राचार्य - प्रबंधक आपका सहयोग :जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  9. श्री दि. जैन भवन (80 कमरे) 10-ए, चितपुर स्पूर, बागड़ बिल्डिंग के पास, कोलकाता-700007 फोन : 033-22693554 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  10. महावीर भवन, ए.टी.रोड, आठगांव, गुवाहाटी - 781 001(आसाम) फोन: 0361-2630540 (5 कमरे, 1 हाल) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  11. यात्रा भवन, दि. जैन मंदिर, वणिक सेरी, घोघा मो. : 094286 37769 (4 कमरे) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  12. वर्धमान त्यागी निवास हत्ती चौक, कागवाड़े माला इच्छलकरंजी, जिला कोल्हापुर (महा.) फोन : 094220-45501 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  13. श्री शान्तिनाथ दि. जैन मन्दिर ट्रस्ट धर्मशाला भेड़ाघाट, जिला जबलपुर । फोन : 094251-54887 (श्री सुनिल जैन) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  14. श्री दि. जैन बड़ा मन्दिर ट्रस्ट धर्मशाला हनुमानताल, जबलपुर (म.प्र.) फोन : 09303323100 (श्री पूरनचन्द जैन) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  15. श्री दि. जैन लार्डगंज मंदिर ट्रस्ट धर्मशाला जवाहरगंज, जबलपुर (म.प्र.) फोन : 09425155806 (चौ. श्री ज्ञानचंद जैन) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  16. नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र, सम्मेदशिखरजी, पो.- मधुबन, जिला - गिरिडीह (झारखंड) पिन - 825 329 टेलीफोन - बीसपंथी कोठी - 06558 - 232228, 232209, 098014 33599, 07739397175 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ - आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 280 - कमरे (बिना बाथरूम) - 300, हाल - 30, गेस्ट हाऊस - 15 यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 4500 भोजनशाला - नियमित, सशुल्क एवं नि:शुल्क विद्यालय - है। औषधालय - है। पुस्तकालय - है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - पार्श्वनाथ -23 कि.मी., गिरिडीह - 32 कि.मी. बस स्टेण्ड - गिरिडीह पहुँचने का सरलतम मार्ग - गिरिडीह से मेन लाइन पर मधुबन से। गया - कलकत्ता मार्ग पर पारसनाथ रेल्वे स्टेशन से मधुबन। निकटतम प्रमुख नगर- गिरिडीह - 32 कि.मी., ईसरी - 23 कि.मी. । प्रबन्ध व्यवस्था - संस्था - श्री दिगम्बर जैन सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर कमेटी बीसपंथी कोठी अध्यक्ष - श्री अजयकुमार जैन, देवाश्रम, आरा (0612-2221258) मंत्री - श्री अरविन्द आर. दोशी, मुम्बई मेला मंत्री - श्री महावीरप्रसाद सेठी (06557 - 235889) प्रबन्धक - श्री सुधाकर के, अन्नदाते (०98600 16913) क्षेत्र का महत्व - क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 24 टोंक तथा 2 मन्दिर पर्वत पर क्षेत्र पर पहाड़ : है (9 कि.मी. चढाई, 9 कि.मी. वन्दना,9 कि.मी. उतराई, कुल 27 कि.मी.) डोली व्यवस्था है। ऐतिहासिकता : सम्मेदाचल महापवित्र तथा शाश्वत निर्वाणभूमि | है। अनन्त तीर्थंकर अपनी अमृतवाणी और दिव्य दर्शन से इस तीर्थ को पवित्र बना चुके हैं। वर्तमान चौबीसी के 20 तीर्थंकर यहाँ से मोक्ष गये हैं। पर्वत पर जल मन्दिर वचोपड़ाकुण्ड पर भी मंदिर है। मधुबन तलहटी में अनेक भव्य जिनालयवधर्मशालाएँ हैं। पर्वत वन्दना के लिये डाक बंगले पर यात्रियों के रहने की सुविधा है। महत्ता - ‘एक बार बन्देजो कोई, ताको नरक पशुगति नहीं होई। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र - पावापुरी - 225 कि.मी., गुणावाँ - 200 कि.मी., कुण्डलपुर - 250 कि.मी., राजगिर -235 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें| 
  17. श्री दि. जैन महावीर भवन (धर्मशाला) लाण्डोर-मसूरी-248179 (35 कमरे अटैच) जिला-देहरादून-उत्तरांचल फोन - 0135-2631061 श्री दि. जैन पंचायती मंदिर, लाण्डोर बाजार, मसूरी आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  18. दि. जैन धर्मशाला भैरवनाथ चौक, पालीताणा (गुजरात) फोन : 02848 - 252547 (30 कमरे) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  19. श्री दिगम्बर जैन धर्मशाला, कुशलगढ़ जिला-बांसवाड़ा (राज.) फोन: 02965-275311 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  20. अहिंसा भवन धर्मशाला वार्ड-21, न्यायालय के पास, मनेन्द्रगढ़, जिला-कोरिया (छ.ग.)-497442 मो. : 09827887600 (कमरे-10, हॉल-4) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  21. श्री वर्णी धर्मशाला मडावरा जिला-ललितपुर (उ.प्र.) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  22. श्री ज्ञानतीर्थ दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र (श्री 1008 पार्श्वनाथ कमल मंदिर) कोपरगाँव- शिर्डी मेन रोड़, सावली विहिर त, राहता, जिला-अहमदनगर शिर्डी (महाराष्ट्र) 423109 (कमरे-8 अटैच, अनुरोध पर भोजनशाला) फोन : 02423-251008, 09422283498, 08806330360 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  23. श्री भट्टारक लक्ष्मी सेन मठ, शुक्रवार पेठ, कोल्हापुर (महा.) फोन: 0231-2548989 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  24. श्री दिगम्बर जैन पारसनाथ उपवन मंदिर 26, बेलगळ्या रोड, श्याम बाजार के पास, कोलकाता- 700037 फोन : 033-25567191,25567979 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  25. जैन धर्मशाला (40 कमरे) तीर्थंकर महावीर मार्ग रेलवे रोड़, मेरठ शहर (उ.प्र.) फोन : 0121-2400930 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
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