?आदिवासियों की कल्याणसाधना - अमृत माँ जिनवाणी से - २८०
? अमृत माँ जिनवाणी से - २८० ?
"आदिवासियों की कल्याण साधना"
रायपुर में धर्म प्रभावना के उपरांत संघ २० जनवरी को रवाना होकर आरंग होते हुए संभलपुर पहुँचा। वहाँ से प्रायः जंगली मार्ग से संघ को जाना पड़ा था।
उस जगह इन दिगम्बर गुरु के द्वारा सरल ग्रामीण जनता का कल्याण हुआ था। रास्ते भर हजारों लोग इन नागा बाबा के दर्शन को दूर दूर से आते थे।
पूज्य शान्तिसागरजी महराज तथा मुनि संघ को भगवान सा समझ वे लोग प्रमाण करते थे तथा इनके उपदेश से मांस खाना, शराब पीना, शिकार खेलना, आदि पापाचारों का सहज ही त्याग करते थे। जहाँ देखो वहाँ दर्शन प्रेमियों का मेला सा लग जाता था।
? स्वाध्याय चारित्र चक्रवर्ती ग्रंथ का ?
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