?बाल विवाह प्रतिबंधक कानून के प्रेरक - अमृत माँ जिनवाणी से - १४८
☀जय जिनेन्द्र बंधुओं,
आज के प्रसंग से आपको सामाजिक कुरीति के प्रतिबन्ध की ऐसी नई बात पता चलेगी जो पूज्य आचार्यश्री शान्तिसागरजी महाराज के पावन आशीर्वाद से महाराष्ट्र प्रान्त कानून के रूप में लागू हुई।
मुझे भी यह प्रसंग आप तक पहुचाते हुए अत्यंत हर्ष हो रहा है कि भारत में सर्वप्रथम बाल-विवाह प्रतिबंधक कानून आचार्यश्री शान्तिसागरजी महाराज की प्रेरणा से महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर प्रान्त में बना।
? अमृत माँ जिनवाणी से - १४८ ?
"बाल विवाह प्रतिबंधक कानून के प्रेरक"
भारत सरकार के द्वारा बाल-विवाह कानून निर्माण के बहुत समय पहले ही पूज्य आचार्यश्री शान्तिसागरजी महाराज की दृष्टि उस ओर गई थी। उसके ही प्रताप से कोल्हापुर राज्य में सर्वप्रथम बालविवाह प्रतिबंधक कानून बना था।
इसकी मनोरंजक कथा इस प्रकार है। कोल्हापुर के दिवान श्री ए.बी. लट्ठे दिगंबर जैन भाई थे। श्री लट्ठे की बुद्धिमत्ता की प्रतिष्ठा महाराष्ट प्रान्त में व्याप्त थी। कोल्हापुर महाराज उनकी बात को बहुत मानते थे। श्री लट्ठे बम्बई प्रान्त के कुशल वित्त मंत्री बने थे।
आगे का वृत्तांत अगले प्रसंग में.....
? स्वाध्याय चारित्र चक्रवर्ती ग्रन्थ का ?
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