?निमित्त कारण का महत्व - अमृत माँ जिनवाणी से - १४४
☀जय जिनेन्द्र बंधुओं,
प्रस्तुत प्रसंग से पूज्यश्री के कथन से जीवन में निमित्त का महत्व बहुत आसानी से समझ में आता है।
? अमृत माँ जिनवाणी से - १४४ ?
"निमित्त कारण का महत्व"
पूज्य आचार्यश्री शान्तिसागरजी महाराज ने कहा था- "निमित्त कारण भी बलवान है। सूर्य का प्रकाश मोक्ष मार्ग में निमित्त है। यदि सूर्य का प्रकाश न हो तो मोक्षमार्ग ही न रहे। प्रकाश के अभाव में मुनियों का विहार-आहार आदि कैसे होंगे?"
उन्होंने कहा- "कुम्भकार के बिना केवल मिट्टी से घट नहीं बनता। इसके पश्चात उसका अग्निपाक भी आवश्यक है।" जो निमित्त कारण को अकिंचित्कर मानते हैं, वे आगम और अनुभव तथा युक्तिविरुद्ध कथन करते हैं।
? स्वाध्याय चारित्र चक्रवर्ती ग्रंथ का ?
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