अनिष्ट का संकेत - अमृत माँ जिनवाणी से - ७५
? अमृत माँ जिनवाणी से - ७४ ?
"अनिष्ट का संकेत"
एक बार सन् १९४८ की जनवरी में आचार्यश्री शान्तिसागरजी महाराज ने विहार करते हुए शिष्य मण्डली से कहा था, "हमारा ह्रदय कहता है कि देश में कोई भयंकर अनिष्ट शीघ्र ही होगा।"
महाराज के इस कथन के दो चार रोज बाद गोडसे ने गाँधी जी की निर्मम हत्या की थी। उस समय सब बोले, "महाराज के ज्ञान में भावी घटनाओं की विशेष सूचना प्रायः स्वतः आ जाया करती है।"
? स्वाध्याय चारित्र चक्रवर्ती ग्रन्थ का ?
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