
PreetiJain
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आज ऋषभदेव भगवान का मोक्ष कल्याणक पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
PreetiJain replied to Saurabh Jain's topic in Greetings
1008 श्री आदिनाथ भगवान जी के मोक्ष कल्याणक पर्व पर सभी को बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 💐🎉 -
💥🪔💥🪔💥🪔💥🪔💥🪔 💖 *शुभकामनाओं का एक दीप हमारा भी स्वीकार करें* 💖 💥🪔💥🪔💥🌺 🎪 *वो सुबह भी क्या सुबह थी*- 🎪 *जब महावीर मोक्ष पधारे थे*- 🎪 *वो शाम भी क्या शाम थी*- 🎪 *जब गौतम केवलज्ञान धारे थे*- 🪔🔹🪔🔹🪔 🟣 *सम्पूर्ण ज्ञान दिया गौतम को*🚩 🟣 *ज्ञान का दीप जलाने को*-- 📚 🟣 *खुद सिध्दशिला जा विराजे*-- 📚 🟣 *अविरल अनंत सुख पाने को*🚩 🪔🔹🪔🔹🪔🔹🪔 🎉 *इस दीवाली जलाना एक ऐसा दिया*- 🪔 🎉 *जो रोशन कर दे अपना जिया*- 🪔 🎉 *जिससे हो जाए उजाला*- 🪔 🎉 *बस सम्यकज्ञान का*- 🟪🔹🟪🔹🟪🔹🟪 🚩 *तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के निर्वाण महोत्सव, तथा इन्द्रभूति गौतम गणधर
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अनन्तवीर्यजी
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श्रवणबेलगोला।
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राजा मधु
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इष्टोपदेश जी में 51 श्लोक हैं।
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सात भूमियों (धम्मा, वंशा, मेघा, अञ्जना, अरिष्टा, मघवी और माघवी) की प्रथम भूमि में 13, फिर आगे-आगे क्रमश: 11,9,7, 5, 3 और 1 पटल है।
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शराब, मांस, शहद, रात्रि-भोजन, पांच उदम्बर फल (बड़ फल, पीपल, फल, पाकर फल, गूलर, और अंजीर) इन सबका त्याग तथा पंचपरमेष्ठी की भक्ति, जीव दया पालन और जल छानकर पीना।
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चंदाप्रभुजी और पुष्पदंतजी भगवान
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जय जिनेन्द्र 🙏। हां। Yes, This is very informative. Yes, This is very informative.
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चौरासी लाख योनि निम्न हैं 1. नित्य निगोद 7 लाख 2. इतर निगोद 7 लाख 3. पृथ्वीकायिक 7 लाख 4. जलकायिक 7 लाख 5. अग्निकायिक 7 लाख 6. वायुकायिक 7 लाख 7. वनस्पतिकायिक 10 लाख 8. दो इन्द्रिय 2 लाख 9. तीन इन्द्रिय 2 लाख 10. चार इन्द्रिय 2 लाख 11. नारकी 4 लाख 12. तिर्यञ्च 4 लाख 13. देव 4 लाख 14. मनुष्य 14 लाख
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9 का अङ्क शाश्वत है, उसमें कितनी भी संख्या का गुणा करें और गुणनफल को आपस में जोड़ने से 9 ही रहता है। जैसे 9x3=27 (2+7=9) अतः शाश्वत पद पाने के लिए 9 बार पढ़ा जाता है। कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। एक सौ आठ पापों का क्षय करने की एक भावना है। (समरंभ , समारम्भ, आरम्भ) गुणा (मन, वचन, काय) गुण (कृत, कारित, अनुमोदना) गुणा (क्रोध, मान, माया, लोभ) = 3 गुणा 3 गुणा 3 गुणा 4 गुणा = 108
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श्री जिनसेन आचार्य।