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श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, जम्बूद्वीप, मेरठ (उत्तरप्रदेश)


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कल्याणक क्षेत्र हस्तिनापुर-जम्बूद्वीप

नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, जम्बूद्वीप पोस्ट-जम्बूद्वीप-हस्तिनापुर, तह.- मवाना, जिला -मेरठ (उत्तरप्रदेश) पिन - 250404

टेलीफोन - 01233-280184, 280236, 292943, 280994, मो. - 094127 08203

क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ

आवास - कमरे (अटैच लेट/बाथरूम)- 200 गेस्ट हाऊस - 15, हाल - 2 (यात्री क्षमता - 325)

यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 1000.

अन्य - धार्मिक एवं मनोरंजन स्थल : ऐरावत हाथी पर जम्बूद्वीप की परिक्रमा, लवण समुद्र में नौका विहार, हीरक जयंती एक्सप्रेस,बच्चों के लिए रेल-गाड़ी, झूले, हँसी के गोल-गप्पे, प्राचीन इतिहास, तीर्थ से संबंधितझांकियाँ, लॉन, फुलवाड़ी, बगीचा इत्यादि देखने योग्य।

भोजनशाला - है - नियमित, सशुल्क - 500 यात्रियों को एक साथ भोजन करने की व्यवस्था राजा श्रेयांस भोजनालय में है।

औषधालय - है

पुस्तकालय - है जम्बूद्वीप पुस्तकालय

विद्यालय - गणिनी ज्ञानमती शोधपीठ

एस.टी.डी./ पी.सी.ओ.- है।

आवागमन के साधन

रेल्वे स्टेशन - मेरठ-40 कि.मी. दिल्ली-110 कि.मी. मजफ्फरनगर-55 कि.मी.

बस स्टेण्ड - जम्बूद्वीप क्षेत्र के गेट पर।

पहुँचने का सरलतम मार्ग - दिल्ली, मेरठ एवं मुजफ्फरनगर से सीधी बस सेवा उपलब्ध

निकटतम प्रमुख नगर - मेरठ -40 कि.मी., दिल्ली - 110 कि.मी.

प्रबन्ध व्यवस्था

संस्था - श्री दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान, हस्तिनापुर

अध्यक्ष - स्वस्तिश्री पीठाधीश रवीन्द्रकीर्ति स्वामीजी (09412708203

महामंत्री - श्री कैलाशचन्द्र जैन, करोल बाग, दिल्ली (09968078230)

प्रबन्धक - श्री अनिल जैन, हस्तिनापुर (01233 - 280184)

क्षेत्र का महत्व

क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 14 एवं भ. शांतिनाथ, कुन्थुनाथ, अरहनाथ की विशाल खड्गासन प्रतिमायें है।

क्षेत्र पर पहाड़ - कृत्रिम सुमेरू पर्वत 101 फुट ऊँचा एवं कैलाश पर्वत पर तीनों तीर्थंकरों की जन्मभूमियां हैं।

ऐतिहासिकता - इस भूमि पर गणिनीप्रमुखश्री ज्ञानमतीजी की प्रेरणा से सन् 1974-1985 में जैन भूगोल की अद्वितीय रचना का निर्माण कार्य हुआ, जो कि विश्वविख्यात है। इसके अतिरिक्त दर्शनीय एवं धार्मिक स्थल है- कमल मंदिर, तीन मूर्ति मंदिर, ध्यान मंदिर, (ही मंदिर) कैलाश पर्वत- ऊँ मंदिर, सहस्रकूट मंदिर, विद्यमान बीस तीर्थंकर,कीर्तिस्तंभ, 31-31 फुट उतुंग भगवान शांति-कुंथु- अरनाथ प्रतिमा एवं तीन लोकरचना आदि अभूतपूर्व स्वर्णिम तेरह द्वीप की रचना एवं नवग्रह शांति जिन मंदिर है। जम्बूद्वीप पुस्तकालय में 15,000 ग्रंथ एवं 400 पाण्डुलिपियाँ हैं।

विशेष मेले - कार्तिकपूर्णिमा, अक्षयतृतीया, होली, भगवान शांतिनाथ जन्मकल्याणक निर्वाण मेला-ज्येष्ठ वदी चतुर्दशी, शरदपूर्णिमा, रक्षाबंधन, माघ कृ. 14, पंचवर्षीय जम्बूद्वीपमहोत्सव।

समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र

वहलना -60 कि.मी., महलका -32 कि.मी., बरनावा -70 कि.मी., बड़ागाँव - 100 कि.मी., एवं दर्शनीय स्थल बहसूमा - 6 कि.मी., ऋषिकेश - 150 कि.मी., हरिद्वार - 130 कि.मी., देहरादून -200 कि.मी., मसूरी -230 कि.मी. 

आपका सहयोग :

जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें| 

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