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श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र,खजुराहो, छतरपुर (मध्यप्रदेश)


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खजुराहो ऐतिहासिक/अतिशय क्षेत्र मध्यप्रदेश

नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र,खजुराहो पोस्ट - खजुराहो,तह. - राजनगर, जि. - छतरपुर (मध्यप्रदेश) पिन - 471606

टेलीफोन - 07686-274148, email-digamberjainkshetrakhajuraho@gmail.com

 

क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ 

आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 39, (बिना बाथरूम) - 18 हाल - 5 (यात्री क्षमता - 150), कमरे ए.सी. - 10

यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 500

अन्य -ठंडे एवं गर्म पानी की नि:शुल्क व्यवस्था

भोजनशाला - सशुल्क, नियमित

औषधालय - नहीं

पुस्तकालय - है एवं पुस्तक विक्रय केन्द्र है।

विद्यालय - नहीं

एस.टी.डी./पी.सी.ओ. - है।

 

आवागमन के साधन

रेल्वे स्टेशन - खजुराहो, सतना 110 कि.मी., झाँसी 175 कि.मी.

बस स्टेण्ड - खजुराहो ।

पहुँचने का सरलतम मार्ग - झॉसी, सागर, छतरपुर से सतना, पन्ना, महोवा से बस द्वारा

विशेष : वायुयान से दिल्ली, आगरा, बनारस से प्रतिदिन सेवा निकटतम प्रमुख नगर । छतरपुर - 46 कि.मी., पन्ना - 46 कि.मी., हरपालपुर - 100 कि.मी.

 

प्रबन्ध व्यवस्था

संस्था - श्री दि. जैन अतिशय क्षेत्र प्रबन्ध समिति, खजुराहो

अध्यक्ष - इंजी श्री शिखरचन्द जैन,छतरपुर(07682-241011-12, 094249-22444, 09617438008)

मंत्री - श्री विनोद कुमार जैन, खजुराहो (07686 - 272382,274185, मो.: 09425342180)

प्रबन्धक - श्री ऋषभकुमार जैन (07686-274148, 094258-79049)

 

क्षेत्र का महत्व

क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 22 शिखरबन्द मन्दिर तथा 34 वेदियाँ

क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं।

ऐतिहासिकता : खजुराहो विश्व प्रसिद्ध पर्यटन केन्द्र है। यहाँ अनेक जैन व हिन्दू मन्दिर हैं। 1000 वर्ष प्राचीन (चन्देलकालीन) मंदिरों की शिल्पकला व वास्तुकला उत्कृष्ट हैं। इन्हें पश्चिमी, पूर्वी व दक्षिणी उपसमूहों में बांटा गया है। पश्चिमी समूह में कंदारिया महादेव एवं अन्य कलात्मक हिन्दू मंदिर है। पूर्वी समुह में पाश्र्वनाथ मंदिर सहित 16 मंदिर 34 वेदियां है। जो अतिशय क्षेत्र के परिसर में है। इसके अलावा इसी समूह में घण्टाई जैन मंदिर एवं अन्य हिन्दु मन्दिर खजुराहों बस्ती में है। दक्षिण समूह में दुल्हास एवं चतुर्भुज मंदिर है। मुख्यतया कलात्मकता की दृष्टि से शांतिनाथ, पार्श्वनाथ, आदिनाथ व घण्टाई मंदिर प्रमुख हैं। क्षेत्र पर साहू शांति प्रसाद जैन कला संग्रहालय है, जिसमें 9वीं व 10वीं शताब्दि मूर्तियाँ है|

वार्षिक मेला : आश्विन कृष्ण 3 को वार्षिक पालकी महोत्सव एवं फाल्गुन मास में होली के अवसर पर वार्षिक मेले का आयोजन होता है।

समीपवर्तीतीर्थक्षेत्र - द्रोणगिरि - 100 कि.मी., नैनागिरि - 165 कि.मी. कुण्डलपुर - 180 कि.मी.,

अहारजी - 125 कि.मी., पपौराजी - 150 कि.मी., पाण्डवफाल - 32 कि.मी.,

ट्री हाऊस -30 कि.मी. स्नेहफाल -19कि.मी. पन्ना नेशनल पार्क - 25 कि.मी. ।

आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|

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