admin Posted Monday at 03:46 PM Share Posted Monday at 03:46 PM नवधा भक्ति के नाम बताइए वेबसाईट पर लॉगिन कर उत्तर दे पाएंगे : login or Register एक ही बार उत्तर दें : अपना फोन नंबर उत्तर के साथ कभी न लिखें xxxx ( नहीं लिखें ) अपना फोन नंबर, स्थान इत्यादि अपनी प्रोफाइल पर अपडेट करें आपके उत्तर किसी को भी नहीं दिखेंगे : सबके उत्तर Hide रहेंगे अपने परिवार के सभी सदस्यों को भाग दिलाएँ : iसभी को उत्तर याद हो जाएँ आपका स्वाध्याय ही आपका उपहार हैं Follow Whatsapp Channel https://whatsapp.com/channel/0029Va9SzGj8vd1I3uECQR2R Link to comment Share on other sites More sharing options...
Neelima Bharil Posted Monday at 03:53 PM Share Posted Monday at 03:53 PM Padgahan uchhasan pad prakshalan Pujan mansuddhi Vachan shuddhi kay shuddhi aahar shuddhi jal shuddhi Link to comment Share on other sites More sharing options...
tilakmati sethi Posted Monday at 03:57 PM Share Posted Monday at 03:57 PM १ पडगाहन, (प्रदक्षिणा सहित) २ उच्चासन ३ पाद प्रक्षालन ४ पूजन ५नमस्कार ६ मन शुद्धि ७ वचन शुद्धि ८ काय शुद्धि ९ आहार जल शुद्धि Link to comment Share on other sites More sharing options...
Aaradhana Choudhary Posted Monday at 03:59 PM Share Posted Monday at 03:59 PM श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पादसेवन, अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य, आत्मनिवेदन Link to comment Share on other sites More sharing options...
Ca Surbhi jain Posted Monday at 03:59 PM Share Posted Monday at 03:59 PM नौ प्रकार की भक्ति की प्रक्रिया Link to comment Share on other sites More sharing options...
रिद्धि जैन Posted Monday at 04:00 PM Share Posted Monday at 04:00 PM 1 ..पड्गाहन करना । 2 उच्चासन देना। 3 पाद प्रक्षालन करना। 4 पूजन । 5 नमोस्तु। 6 मन शुद्धि 7 वचन शुद्धि 8 काय शुद्धि 9 आहार जल शुद्ध है। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Ranjana Jain Rafiganj Posted Monday at 04:01 PM Share Posted Monday at 04:01 PM पढगाहन उच्चासन पाद परझालन पूज नमसकार। मन शुद्धी वचन शुद्ध काय शुद्ध आहार जल शुद्धी Link to comment Share on other sites More sharing options...
vipasha Posted Monday at 04:02 PM Share Posted Monday at 04:02 PM पडगाहन,उच्चासन,पाद प्रक्षालन,पूजन,नमोस्तु,मन शुद्धि,वचन शुद्धि,काय शुद्धि, आहार जल शुद्धि Link to comment Share on other sites More sharing options...
रूबी जैन Posted Monday at 04:02 PM Share Posted Monday at 04:02 PM नमस्कार पूजन पदप्रक्षाल मन सुधि वचन सुधि काय सुधि आहार जल सुधि है उचासन पडगाहान Link to comment Share on other sites More sharing options...
Kunjlata Jain Posted Monday at 04:06 PM Share Posted Monday at 04:06 PM Padgahan , paad prachchhalan ,uchchasan , pujan , namaskar, man shhudhi, vachan shhudhi, kaaya shhudhi, aahar shhudhi Link to comment Share on other sites More sharing options...
Ratan Lal Jain Posted Monday at 04:22 PM Share Posted Monday at 04:22 PM पड़गाहन (प्रतिग्रहण) प्रदक्षिणा सहित उच्चासन पादप्रक्षालन पूजन नमस्कार मन शुद्धि वचन शुद्धि काय शुद्धि आहार जल शुद्धि रतन लाल जैन Link to comment Share on other sites More sharing options...
Pranita kalaje Jain Posted Monday at 04:24 PM Share Posted Monday at 04:24 PM 1) Padgahan 2) uchhasan 3) Pad prakshalan 4)Ashtadravyase poojan 5) Namostu karna 6) Man shuddhi 7)Vachan shuddhi 😎8)Kaya shuddhi 9) Aharjal shuddhi Link to comment Share on other sites More sharing options...
mohini Jain Posted Monday at 04:28 PM Share Posted Monday at 04:28 PM 40 minutes ago, admin said: पड़गाहन उच्चासन पादप्रक्षालन पूजन नमस्कार मन शुद्धि वचन शुद्धि काय शुद्धि आहार जल शुद्धि Link to comment Share on other sites More sharing options...
Rekha J Posted Monday at 04:31 PM Share Posted Monday at 04:31 PM पड़गाहन, प्रदीक्षणा, मन शुद्धि, वचन शुद्धि, काय शुद्ध, आहार जलशुद्ध, उच्चासन पादपक्षालन अष्ट द्रव्य पूजा Link to comment Share on other sites More sharing options...
Rama J Posted Monday at 04:32 PM Share Posted Monday at 04:32 PM पडगाहन , प्रदक्षिणा, मनशुद्धि, वचनशुद्धि, कायशुद्धि, आहार जल शुद्ध , उच्चासन , पाद प्रक्षालन, अष्ठ द्रव्य से पूजा। Link to comment Share on other sites More sharing options...
jaya pandeya Posted Monday at 04:54 PM Share Posted Monday at 04:54 PM 1.पढ़गहन 2.उच्चसन 3.पद प्रकशलन 4.पूजा 5.नमन 6.मन शुद्धि 7.वचन शुद्धि 8.काय शुद्धि 9.आहार शुद्धि Link to comment Share on other sites More sharing options...
Sumitra Dotia Posted Monday at 05:00 PM Share Posted Monday at 05:00 PM 1- पड़गाहन 2- उच्चासन 3- पाद प्रक्षालन 4- पूजन 5- नमस्कार 6- मन शुद्धि 7- वचन शुद्धि 8- काय शुद्धि 9- आहार जल शुद्धि Link to comment Share on other sites More sharing options...
Aayushijain170993 Posted Monday at 06:15 PM Share Posted Monday at 06:15 PM जैन धर्म में नवधा भक्ति के नाम निम्नलिखित हैं: 1. प्रथमभक्ति (First devotion): प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव जी की भक्ति। 2. अचिंत्यभक्ति (Incomprehensible devotion): भगवान की महिमा का वर्णन। 3. अचिन्त्यप्रतिमा भक्ति (Devotion to the incomprehensible idol): भगवान की प्रतिमा का ध्यान। 4. निर्वाणभक्ति (Devotion to liberation): भगवान के निर्वाण के प्रति श्रद्धा। 5. निर्मलभक्ति (Pure devotion): भगवान के प्रति निर्मल और शुद्ध भावना। 6. धर्मभक्ति (Devotion to Dharma): धर्म की पालन में श्रद्धा। 7. सम्यक्त्वभक्ति (Devotion to Right Knowledge): सम्यक् दर्शन, ज्ञान और चारित्र में विश्वास। 8. संवरणभक्ति (Devotion to Refrain from Sin): पाप से दूर रहने की भक्ति। 9. वैराग्यभक्ति (Devotion to Detachment): संसारिक वस्तुओं से वैराग्य। यह नवधा भक्ति जैन धर्म के सिद्धांतों और भगवान के प्रति आस्था और भक्ति को प्रकट करती हैं। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Aayushijain170993 Posted Monday at 06:19 PM Share Posted Monday at 06:19 PM जैन धर्म में नवधा भक्ति के नाम निम्नलिखित हैं: 1. प्रथमभक्ति (First devotion): प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव जी की भक्ति। 2. अचिंत्यभक्ति (Incomprehensible devotion): भगवान की महिमा का वर्णन। 3. अचिन्त्यप्रतिमा भक्ति (Devotion to the incomprehensible idol): भगवान की प्रतिमा का ध्यान। 4. निर्वाणभक्ति (Devotion to liberation): भगवान के निर्वाण के प्रति श्रद्धा। 5. निर्मलभक्ति (Pure devotion): भगवान के प्रति निर्मल और शुद्ध भावना। 6. धर्मभक्ति (Devotion to Dharma): धर्म की पालन में श्रद्धा। 7. सम्यक्त्वभक्ति (Devotion to Right Knowledge): सम्यक् दर्शन, ज्ञान और चारित्र में विश्वास। 8. संवरणभक्ति (Devotion to Refrain from Sin): पाप से दूर रहने की भक्ति। 9. वैराग्यभक्ति (Devotion to Detachment): संसारिक वस्तुओं से वैराग्य। यह नवधा भक्ति जैन धर्म के सिद्धांतों और भगवान के प्रति आस्था और भक्ति को प्रकट करती हैं। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Suvarna Shah Posted Monday at 06:20 PM Share Posted Monday at 06:20 PM 1.पडगाहन , 2. उच्चासन ,3. पादप्रक्षालन, 4 .पूजन, 5.नमस्कार, 6.मन शुद्धी 7.,वचन शुद्धी 8.काय शुद्धी 9.आहार जल की शुध्दी बोलना Link to comment Share on other sites More sharing options...
Rajkumaar jain Posted Monday at 08:11 PM Share Posted Monday at 08:11 PM (edited) 1 प्रतिग्रहण (पड़गाहन) 2 - उच्चासन 3 - पाद प्रक्षालन 4 - पूजन 5 - नमस्कार 6 - तथा मनश्ुद्धि 7 - काय शुद्धि 8 - और आहार जल की शुद्धि बोलना। Edited Monday at 08:13 PM by Rajkumaar jain Link to comment Share on other sites More sharing options...
padmaini shashikant shah Posted Monday at 09:16 PM Share Posted Monday at 09:16 PM नवधा भक्ति से आहार कराना हमारे गुरुदेव को महाराज जी को यानी कि नवधा भक्ति १ मन शुद्धि,२वचन शुद्धि,३कायशुद्वि। आहार जल शुद्ध है महाराज जी को उच्च आसन ग्रहण करना।शोधन करके आहार देना, ताकि कोई अंतराम न आए।बोले के वस्त्रों में आहार देना। आहार देते समय अपने मन के भाव अच्छे रखना। अपने शुद्ध शरीर से आहार देना। बड़े ही भक्तिभाव से आहार देने के बाद महाराज जी को वैयावृत्ति करना ।अंत में पिच्छिका प्रदान करना और गुरुदेव के चरण प्रक्षालन करना और गुरुदेव श्री की आरती करना। और उनसे प्रवचन आशी वचन सुनना। Link to comment Share on other sites More sharing options...
ShilpiJain1008 Posted Tuesday at 01:59 AM Share Posted Tuesday at 01:59 AM पड़गाहन (प्रतिग्रहण) प्रदक्षिणा सहित उच्चासन पादप्रक्षालन पूजन नमस्कार मन शुद्धि वचन शुद्धि काय शुद्धि आहार जल शुद्धि Link to comment Share on other sites More sharing options...
Divyani jain Posted Tuesday at 07:48 AM Share Posted Tuesday at 07:48 AM पड़गाहन (प्रतिग्रहण) प्रदक्षिणा सहित उच्चासन पादप्रक्षालन पूजन नमस्कार मन शुद्धि वचन शुद्धि काय शुद्धि आहार जल शुद्धि Link to comment Share on other sites More sharing options...
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