admin Posted September 10 Share Posted September 10 यदि आपको पता चले कि आपके किसी करीबी ने अपने दोष छिपाने के लिए बहाने बनाए हैं, तो आप उन्हें आत्म-संबोधन की शिक्षाओं के माध्यम से क्या सलाह देंगे? 1 Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
Rajkumaar jain Posted September 10 Share Posted September 10 मैं उस समय बस इतना कहना है सचचाई गुरु से समाधन ले चाहिए 🙏🙏 Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
Madhu badjatya Posted September 10 Share Posted September 10 हम उसे यही कहेंगे ये मनुष्य जीवन एक ऐसा अमूल्य अवसर बनकर आया है इसको बहाने बना कर व्यर्थ मत गवाओ अगर अभी बहाना बनाया तो एकेंद्रीय में जीव चला जायेगा जहां फिर बहाने बनाने का भी समय नही मिलेगा इसलिए सरलता से अराजव धर्म को ग्रहण करे और अपने दोषी को गुरु के सामने न छिपाकर बाल्य मन की तरह सरल बनकर अपने दोषी को प्रकट कर अपनी आत्म रक्षा कर लो और सम्हाल जाओ Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
R K Posted September 10 Share Posted September 10 उनको कहेंगे कि भैया छुपाने से दोष बढ़ता जायेगा और आगे परेशानी में पड़ सकते हैं जैसे बचपन में बच्चे स्कूल से पेंसिल चोरी करके लाता हे उसे उसी समय नही रोका जाय तो आगे चलकर बड़ा चोर बनता है Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
Jinagya jain Posted September 10 Share Posted September 10 दोषों को छिपाने से उसके और संस्कार बढ़ेंगे! जो भवों भवों तक दुखदाई होंगे। इसलिए गुरु के समक्ष अपने सर्व दोषों को उजागर करना चाहिए! जिससे स्वयं का ही कल्याण होगा! Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
Hiral Jain Posted September 10 Share Posted September 10 कुछ नहीं। क्योंकि वो बुरा मान जाएंगे।और धर्म के बारे मे ही गलत बातें बोलने लगेंगे।जो सुनने में बिल्कुल अच्छा नहीं लगता। इसके विपरित हमें ही दोष दे देंगें। Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
Sarita Jain Sagar Posted September 10 Share Posted September 10 उन्हें कहेंगे कि आप अपनी ग़लती मान कर उसका प्रायश्चित करो Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
रेखा जैन Posted September 10 Share Posted September 10 (edited) मित्र को सलाह दी जाएगी कि दोषों को छुपाए नहीं, किसी को भी दोषों का प्रायश्चित हो जाता है, दोषों को रहस्य में छिपा दिया जाता है, छिपाए जाने से यह दोष संस्कार बन जाएगा, जिन पर छोड़ दिया जाएगा, तो सब कुछ चौपट हो जाएगा यानी दोषों को दोबारा शुरू कर दिया जाएगा। अपने दोष में निश्चित प्राथमिकता चाहता है तो मन की खिन्नता दूर हो आत्मा में शांति रस की धारा है यह सिद्धांत है आपकी शांति रक्षा की इच्छा। Edited September 10 by रेखा जैन Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
PreetiJain Posted September 10 Share Posted September 10 हमें मन, वचन और काया की एकता से काम करना चाहिए। Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
Pravina Shah Posted September 10 Share Posted September 10 Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
Pravina Shah Posted September 10 Share Posted September 10 यदि आपको पता चले कि आपके किसी करीबी ने अपने दोष छिपाने के लिए बहाने बनाए हैं,तो उसे बतादेते के ये तूने गलत किया है Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
padmaini shashikant shah Posted September 10 Share Posted September 10 हमको पता चले कि हमारे किसी करीबी ने अपने दोष अथवा भूल को छिपाने के लिए बहाने बनाएं है, तो हम यानी कि मैं आत्मा संबोधन के जरिए उस व्यक्ति को सबसे पहले ले सच्चाई छिपाने के लिए जो ग़लत कदम उसने उठा या इसके लिए उन्हें डांटेगे।और तदनंतर ऐसा नही करनेके लिए उसे समझाएंगे।और संबोधन रूप शिक्षाओं के माध्यम से उन्हें ऐसा जिंदगी में कभी भी नहीं करने की सलाह देंगे। Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
राजकुमारी जैन गवालियर Posted September 17 Share Posted September 17 Humesha humko apni dharm ki sharan me rehna chahiye aur kabhi galat karya nHi krna chahiye aur humesha panchparmeathi ka sharm krna chahiye Quote Link to comment Share on other sites More sharing options...
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