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JainSamaj.World

Overview

About This Club

जैन समाज जयपुर

Category

Regional Samaj

Jain Type

Digambar
Shwetambar

Country

Bharat (India)

State

Rajasthan
  1. What's new in this club
  2. सांगानेर में 2.4.2023को आना हो रहा है, संघी जी मंदिर जी, सांगानेर में पर वहा पर धर्मशाला बुकिंग कराना है, जो फोन नम्बर दिए गए हैं, उनको कोई attend नही कर रहा है,
  3. फागी नगरी में अवश्य पधारे । ये फागी नगरी 7 भव्य जिनालयों से सुशोभित जिनमे क्रमशः पार्श्वनाथ जैन चैत्यालय, चंदप्रभः जी की काली नसियां, मुुुनिसुव्रत भगवान का बिचला मंंदिर, पार्श्वनाथ जी का कांच वाला मंदिर , आदिनाथ जी का बड़ा मंदिर, आदिनाथ जी महावीर जी और शांतिनाथ जी का त्रिमूर्ती मंदिर , एवं चंदप्रभः जी का चंद्रपूरी है। यहाँ एक भव्य संत भवन का भी निर्माण हो रहा है । फागी नगरी के गुणसागर कॉलोनी में परम पूज्य आर्यिका 105 श्री पार्श्व वति माताजी का समाधिस्थल भी है । एवं कांच वाले मंदिर में आचार्य श्री 108 चारित्र दिवाकर श्री चंद्रसागर जी महाराज की शिष्या माताजी का समाधिस्थल भी है। और फागी नगरी से चकवाड़ा की और जाने में लगभग 4 किलोमीटर में ही एक और भव्य गुणस्थली तीर्थ आता है जहाँ शांतिनाथ भगवान का भव्य जिनालय है और परम पूज्य तपोनिधि वनिसिद्ध 108 मुनि श्री गुणसागर जी का समाधिस्थल भी है । श्री गुणसागर जी महाराज की असीम अनुकंपा से ही फागी में 5 मंदिर का पंचकल्याण हुआ था उनमे से 4 का जीर्णोद्धार एवं एक मंदिर नया जो की त्रिमूर्ती मंदिर है । श्री गुणसागर जी महाराज वाणीसिद्ध थे । इस भव्य नगरी में अवश्य पधारे । विनीत:- सकल दिगंबर जैन समाज फागी , जिला -जयपुर तहसील फागी 303005
  4. *दुर्लभ हस्तलिखित ग्रंथों की प्रदर्शनी* *उद्घाटन समय* प्रातः 9:00 बजे *सुगंध दशमी व अनंत चतुर्दशी के पावन अवसर पर मंदिर जी प्रांगण में दुर्लभ हस्तलिखित ग्रंथों की प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है इसमें सचित्र दुर्लभ ग्रंथों, मानचित्रों, कुण्डलाकार (रोलनुमा) का प्रदर्शन पहली बार हो रहा है।* *पर्यूषण के पावन पर्व पर ऐतिहासिक एवं दुर्लभ साक्षात् जिनवाणी का दर्शन कर धर्म लाभ लेवें।* *दिनांक* 8 व 12 सितंबर *स्थान* श्री दिगंबर जैन मंदिर यति यशोदानंद जी चौड़ा रास्ता, जयपुर
  5. सुगंध दशमी पर्व पर विभिन्न जैन मंदिरों में भव्य झांकियों का आयोजन रविवार दिनांक 8 सितंबर 2019 को किया गया है। जिनकी जानकारी नीचे दी जा रही है। आप सभी से निवेदन है कि समय निकालकर इनके अवलोकनार्थ पधारें 🚩 गणेश मार्ग, बापू नगर : *शाश्वत तीर्थराज श्री सम्मेदशिखर जी वंदना* 🚩 कीर्ति नगर, टोंक रोड : *चंद्रगुप्त मौर्य के अद्भुत 16 सपने आज हो रहे सच* 🚩 महावीर नगर, टोंक रोड : *शिरपुर वाले अंतरिक्ष पारसनाथ* (सजीव झांकी) 🚩 S.F.S., मानसरोवर : *सिद्ध क्षेत्र श्री बावन गजा जी (बड़वानी)* 🚩 थड़ी मार्केट, मानसरोवर : *"काल चक्र की महिमा“* (सजीव झांकी) 🚩 राधा निकुंज, मानसरोवर : *सिद्ध क्षेत्र श्री बावन गजा जी (बड़वानी)* 🚩 कृष्णा मार्ग, श्याम नगर, सोडाला : *"निगोद से सिद्धयालय तक"* (सजीव झांकी) 🚩 राधा विहार, न्यू सांगानेर रोड, सोडाला : *महिमा भक्तामर की* 🚩 मोहनबाड़ी, सूरजपोल : *नेमी का वैराग्य* 🚩 तारानगर, जगतपुरा (NRI सर्किल के पास) : *कमठ का उपसर्ग* 🚩जवाहर नगर अष्टापद 🙏निवेदन 🙏
  6. अतिशय क्षेत्र 'पदमपुरा (बाड़ा) राजस्थान नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, श्री पदमपुरा (बाड़ा) तहसील - चाकसू, जिला - जयपुर (राजस्थान) पिन - 303903 टेलीफोन - 01429 - 277225, 277210 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम)- 90, कमरे (बिना बाथरूम) - 62, गेस्ट हाऊस - X यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 1000. भोजनशाला - नियमित, सशुल्क औषधालय - है (ऐलोपेथिक) पुस्तकालय - है। विद्यालय - एस.टी.डी./ पी.सी.ओ.- नहीं आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - शिवदासपुरा, पद्मपुरा (ब्राडगेज) - 7 कि.मी. बस स्टेण्ड - पदमपुरा (बाड़ा) मन्दिर गेट पर पहुँचने का सरलतम मार्ग - अजमेरी गेट, जयपुर से पदमपुरा के लिए बस उपलब्ध निकटतम प्रमुख नगर जयपुर - 30 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, पदमपुरा प्रबन्धकारिणी समिति अध्यक्ष - श्री सुधीर जैन (09667759255) मंत्री - श्री हेमन्त सोगानी (98290 64506) कोषाध्यक्ष - श्री राजकुमार कोठ्यारी (094140 48432) प्रबन्धक - श्री रमेश बिलाला (01429-277225, 096024 06263) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 02 क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : संवत् 2001 में बाड़ा गाँव में मूला जाट के मकान में खुदाई के समय भगवान् पद्मप्रभु की मूर्ति का प्रादुर्भाव हुआ। वही प्रतिमा यहाँ मूलनायक के रूप में प्रतिष्ठित है। गाँव में चरण, छत्री व पुराना स्थान जहाँ प्रथम बार भगवान् पद्मप्रभु को विराजित किया गया था, श्रद्धा के केन्द्र हैं। यहां अनेक चमत्कार होते रहते हैं। अनेक व्याधिग्रस्त व्यक्ति यहां आकर व्याधि मुक्त होकर प्रसन्नतापूर्वक लौटते है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र - खानियांजी चूलगिरि - 28 कि.मी., संघीजी मन्दिर, सांगानेर -22 कि.मी., मोजमाबाद अतिशय क्षेत्र -77 कि.मी., जयपुर - 30 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  7. अतिशय क्षेत्र मौजमाबाद राजस्थान नाम एवं पता - श्री आदिनाथ अतिशय क्षेत्र, मौजमाबाद, ग्राम एवं तह.-मौजमाबाद, जिला-जयपुर, राजस्थान, पिन - 303009 टेलीफोन - फोन : 01428 - 252655, 08104159969, मैनेजर - बाबूलाल जैन क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - कमरे (बिना बाथरूम) - 10 हाल - 3(यात्री क्षमता 100), गेस्ट हाऊस - X यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 160, धर्मशाला - 2 - पुरानी भोजनशाला - नहीं औषधालय - नहीं पुस्तकालय - नहीं विद्यालय - नहीं। एस.टी.डी./ पी.सी.ओ.- है। विशेष आने वाले यात्रियों को सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध हैं। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - नारायना - 25 कि.मी., बगरु 23 कि.मी., फागी 23 कि.मी. बस स्टेण्ड - मौजमाबाद बस स्टेण्ड है। दूदू बस स्टेण्ड 13 कि.मी. दूर है। पहुँचने का सरलतम मार्ग - जयपुर अजमेर सड़क पर दूदू से - 13 कि.मी. जयपुर - अजमेर पर हाइवे पर-12 कि.मी. निकटतम प्रमुख नगर - दूदू - 13 कि.मी., जयपुर - 54 कि.मी., नारायना - 25 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - मंदिर प्रबन्ध कार्यकारिणी कमेटी, मौजमाबाद अध्यक्ष - श्री अशोक कुमार बोहरा, मौजमाबाद (09214952332) उपाध्यक्ष - श्री महावीर कुमार पाटोदी मंत्री - श्री तेजकरण चौधरी, मौजमाबाद (01428-252558, 9214586861) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 02, मंदिर एवं नसियां क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : राजस्थान के प्राचीन अतिशय क्षेत्रों में मौजमाबाद का विशेष महत्व है। यहाँ पर एक छोटा मंदिर एवं नसियां भी हैं। छोटे मंदिर में समवशरण में 1008 श्री नेमीनाथ भगवान विराजमान हैं। सन् 1607 में आमेर के शासक एवं बादशाह अकबर के कृपा पात्र राजा मानसिंह के प्रधान आमात्य नानूमल गोधा द्वारा तीन शिखरों एवं दो भूमिगत भौहरें का निर्माण भी करवाने पर यह मंदिर भौहरें के नाम से प्रसिद्ध है। मंदिर के ऊपर तीन शिखर हैं। भूमिगत तलघर में तीर्थंकरों की कलापूर्ण मूर्तियां विराजमान हैं। भगवान आदिनाथ की विशाल पद्मासन मूर्ति है, जिसके सम्मुख स्तुति करने पर मनोकामना पूर्ण होती है। छोटे तलघर में अखण्ड ज्योति जलती है। मंदिर के गुम्बज पर जैन संस्कृति की कलापूर्ण चित्रावली अंकित है। मंदिर पर मुसलमानों का आक्रमण होने पर दीवार एवं दरवाजों पर खुदी प्रतिमाओं को खण्डित किया गया तब उन पर क्षेत्रपाल ने गोले बरसाये। नन्दीश्वर द्वीप वाली चवरी में श्री 1008 पद्मप्रभु भगवान के सामने समाज के द्वारा पूजन करने पर ठोना वहां से खिसकता था। यह अद्भुत चमत्कार है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र - नारायना-25 कि.मी., नारेली-80 कि.मी., पदमपुरा-80 कि.मी., लूणवा-80 कि.मी. संघीजी मंदिर सांगानेर - 60 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  8. अतिशय/कला क्षेत्र चूलगिरि (खानियांजी) राजस्थान नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री पार्श्वनाथ, चूलगिरि, देश-भूषण नगर, आगरा रोड़, खानियां, जयपुर (राजस्थान) पिन-302002 टेलीफोन - 0141 - 2170773, 5171100, 09413157255 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम)- 8, कमरे (बिना बाथरूम)-40, हाल - 2 (यात्री क्षमता - 100), गेस्ट हाऊस - X यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 200. ए.सी.प्रवचल हॉल - 1 भोजनशाला - नियमित, सशुल्क औषधालय - नहीं पुस्तकालय - स्वाध्याय-कक्ष है। विद्यालय - नहीं एस.टी.डी./पी.सी.ओ.- नहीं आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - जयपुर - 11 कि.मी. बस स्टेण्ड - सिंधी केम्प बस स्टेण्ड, जयपुर - 10 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - जयपुर शहर से बस, टेक्सी, रिक्शा उपलब्ध निकटतम प्रमुख नगर - जयपुर - 6 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री दि. जैन अतिशय क्षेत्र, श्री पाश्र्वनाथ चूलगिरि प्रबन्ध समिति अध्यक्ष - श्री सुमेरचन्द सोनी (0141 - 2372689) मंत्री - डॉ. सुभाषचन्द्रजी काला (0141 - 2603251) प्रबन्धक - श्री महेन्द्र कुमार शाह (094131 - 57255) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01 क्षेत्र पर पहाड़ : पहाड़ पर तीर्थ क्षेत्र है। ऊपर तक वाहन जाते हैं, दूरी 4 कि.मी., 1000 सीढ़ियाँ हैं। ऐतिहासिकता : 50 वर्ष पूर्व आचार्य श्री 108 देशभूषणजी महाराज ने इस पर्वत को साधना कुटीर के रूप में विकसित करने की प्रेरणा दी और आज यह क्षेत्र वन्दनीय बन गया है। 28 मई को आचार्य देशभूषण महाराज की पुण्यतिथि मनायी जाती है। विशेष जानकारी : क्षेत्र द्वारा पहाड़ पर पहुँचने के लिये सशुल्क बस की व्यवस्था है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र : पद्मपुरा - 18 कि.मी., सांगानेर -20 कि.मी., आमेर - 14 कि.मी., जयपुर शहर के प्राचीनतम् मंदिर लगभग 5 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  9. अतिशय क्षेत्र चन्द्रगिरि बैनाड़ राजस्थान नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन चन्द्रप्रभु अतिशय क्षेत्र, चन्द्रगिरि ग्राम-बैनाड़, तहसील-आमेर, जिला-जयपुर (राजस्थान) पिन-302012 टेलीफोन - 0141 - 2323824, 09416088795, 09460144621 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम)-04, कमरे (बिना बाथरूम)-10, हाल - 2 (यात्री क्षमता - 100), गेस्ट हाऊस - X यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 200. भोजनशाला - सशुल्क, अनुरोध पर औषधालय - पुस्तकालय - है। विद्यालय - है। एस.टी.डी./पी.सी.ओ.- नहीं आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - जयपुर - 15 कि.मी. बस स्टेण्ड - सिन्धी केम्प जयपुर 14 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - जयपुर चाँदपोल पेट्रोल पम्प से बस द्वारा दवोरा मार्ग पर निकटतम प्रमुख नगर - जयपुर - 15 किमी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री दि. जैन चन्द्रप्रभु अतिशय क्षेत्र, चन्द्रगिरि बैनाड़ (जयपुर) अध्यक्ष - श्री छीतरमल पांड्या-खोरा (01423 - 234802) महामंत्री - श्री गुलाबचन्द पांड्या, जयपुर मंत्री श्री प्रकाशचन्द्र गंगवाल क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 02 क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : मूलनायक प्रतिमा भगवान चन्द्रप्रभु की मूर्ति अतिशयकारी है। अनेकशः अतिशय होते रहते हैं। क्षेत्र पर आने वालों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। अतः प्रायः भक्त दुःखों के निवारण हेतु श्रद्धापूर्वक आते है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र - चूलगिरि-20 कि.मी., सांगानेर-20 कि.मी., आमेर, पद्मपुरा-48 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  10. अतिशय क्षेत्र संघीजी - सांगानेर नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मन्दिर, संघीजी - सांगानेर जैन मोहल्ला,ग्राम एवं तह.-सांगानेर, जि.-जयपुर (राजस्थान) पिन-302029 टेलीफोन - 0141 - 2730390, 2731952 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - ए.सी. कमरे (अटैच बाथरूम)- 16, कमरे (साधारण) - 10 कूलर वाले अटैच कमरे - 10, ए.सी. हॉल - 1 हाल - 2 (यात्री क्षमता- 50/200), गेस्ट हाऊस - ४ यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 400. भोजनशाला - नियमित, सशुल्क अन्य : वानप्रस्थ/वृद्धाश्रम है। औषधालय - है (होम्योपेथिक) पुस्तकालय - है। विद्यालय - है (जैन शिक्षा) एस.टी.डी./ पी.सी.ओ. - है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - जयपुर जंक्शन - 15 कि.मी., सांगानेर स्टेशन पर पेसेन्जर गाड़ी रुकती है। बस स्टेण्ड - जयपुर केन्द्रीय बस स्टेण्ड - 14 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - जयपुर अजमेरी गेट एवं नारायणसिंह सर्किल से प्रत्येक 10 मिनट के अंतराल से बस क्र. 3-ए, लो फ्लोअर बस उपलब्ध। निकटतम प्रमुख नगर - जयपुर शहर - 14 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री दि. जैन अतिशय क्षेत्र मन्दिर संघीजी, प्रबंधकारिणी कमेटी अध्यक्ष - श्री भंवरलाल सौगाणी (095298 37351) उपाध्यक्ष - श्री प्रेमचन्द बज (093514 06492) मानद मंत्री - श्री नरेन्द्रकुमार पाण्ड्या (0141-2730065,098290 17533) संयुक्त मंत्री - श्री सुरेशकुमार जैन ‘पवालियावाले' (09314219491) कोषाध्यक्ष - श्री भागचन्द छाबड़ा (०141-2732064, 09529837354) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 08 क्षेत्र पर पहाड़ - नहीं ऐतिहासिकता - भव्य प्राचीन वैभव युक्त कलापूर्ण मंदिर है। मूलनायक प्रतिमा देवाधिदेव भगवान आदिनाथ की 4000 वर्ष प्राचीन है। कुछ वर्ष पूर्व मुनि श्री सुधासागरजी महाराज द्वारा तल घर से चमत्कारी अमूल्य रत्नों की मूर्तियाँ कुछ दिनों के लिये दर्शनार्थ निकाली गई थीं। आचार्यज्ञानसागर छात्रावास में 150 विद्यार्थी हैं। विशेष जानकारी - जयपुर में अनेक विशाल प्राचीन जिन मन्दिर दर्शनीय हैं। जयपुर एक ऐतिहासिक नगरी है। क्षेत्र द्वारा भगवान ऋषभदेव ग्रंथमाला संचालित होती है। नारेली (अजमेर) में भी ग्रन्थमाला सेल काउंटर है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र श्री पद्मपुरा-22 कि.मी., श्री महावीरजी-148 कि.मी., श्रीचूलगिरि (खानियांजी) -20 कि.मी., श्रीज्ञानोदय तीर्थक्षेत्र नारेली-अजमेर-125 कि.मी., तिजारा 225 कि.मी. रेवासा-125 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें| 
  11. श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र संघी जी मंदिर सांगानेर जयपुर में बाहर से पधारे हुए श्रावको के विश्राम हेतु एक भव्य धर्मशाला भी मंदिर प्रांगण में स्थित है। जिसमे यात्रियों के लिए सम्पूर्ण व्यवस्था युक्त है । इस धर्मशाला में लगभग 55 कमरे है डीलक्स , सुपर डिलक्स सुविधा वाले । AC , Non AC सभी प्रकार के कमरे उपलब्ध हैं ।
  12. विशद विशाल सागर त्यागी व्रती भवन एवं यात्री निवास, सिद्धार्थ नगर, जवाहर सर्किल, जयपुर फोन : 09314515597 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  13. श्री दिगम्बर जैन मंदिर कीर्ति नगर, टोंक रोड, जयपुर फोन : 0141-2701279 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  14. दिगम्बर जैन मंदिर संकटहरण पार्श्वनाथ स्वामी नीलम सिनेमा के सामने, आमेर आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  15. श्री दिगम्बर जैन मन्दिर नेमिनाथ नसियाँ बाहरली आमेर, जयपुर फोन : 0141-2573116 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  16. दिगम्बर जैन नसियाँ संघीजी खानियाँ, आगरा रोड, जयपुर फोन : 0141-3253478 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  17. श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र चूलगिरी, आगरा रोड, जयपुर फोन : 0141-2170773, 5171100 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  18. श्री पार्श्वनाथ भवन, नाटाणियों का रास्ता, जयपुर फोन : 0141-2314663 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  19. श्री दिगम्बर जैन धर्मशाला खजांचीजी, गोदीको का रास्ता किशनपोल बाजार, जयुपर आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  20. श्री दि. जैन धर्मशाला दीवानजी, लालजी सांड का रास्ता, जयपुर फोन : 0141-2326459 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  21. श्री दिगम्बर जैन धर्मशाला मलजी छोगालाल सेठी एम.आई.रोड, जयपुर आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  22. श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मंदिर संघीजी, सांगानेर फोन : 0141-2731952 / 2730065 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  23. पं. टोडरमल स्मारक भवन, गांधी नगर, बापू नगर, जयपुर फोन : 0141-2707458 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  24. श्री दिगम्बर जैन नसियाँ कीर्तिस्तम्भ, खोर मार्ग दरवाजा, आमेर, जयपुर आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  25. श्री दिगम्बर जैन नसियाँ शिवजी गोधा, आमेर रोड, जयपुर आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
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