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JainSamaj.World

Nikhil jain(gullu)

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  1. सन 1985 आहार जी में आचार्य श्री विद्यासागर जी ने चटाई के त्याग किए
  2. 1लाख 40 हज़ार योजन ऊंचाई इसके चारों और चार वन है और हर वन के चारो और एक एक अकृतिम चैत्यालय है कुल 16 अकृतिम चैत्यालय
  3. जो भी नियम लेना चाहते है कॉमेंट में "नियम है ! " लिखे । 🙏जय जिनेन्द्र!🙏 आपका दिन मंगलमय हो ।
  4. आज Mc'donald, Pizza hut , dominos , kFc आदि मांसाहारी restaurants में खाने का त्याग । नियम लेना चाहते है तो कॉमेंट में #नियम_accepted लिखे। 🙏. जय जिनेन्द्र! 🙏
  5. आज भोजन में ऊपर से नमक नहीं डालना । अगर आप नियम लेना चाहते है तो कॉमेंट में #नियम_accepted लिखे । 🙏जय जिनेंद्र!🙏
  6. आज मोबाइल और कंप्यूटर में गेम्स खेलने का त्याग है । जो भी नियम लेना चाहते है वह कृपया #नियम_accepted जरूर लिखे ताकि ये जान सके की कितने लोगो ने नियम लिया ।
  7. आज किसी भी प्रकार की नमकीन नहीं खाना । जो भी नियम लेना चाहते है वह कृपया #नियम_accepted जरूर लिखे ताकि ये जान सके की कितने लोगो ने नियम लिया ।
  8. फागी नगरी में अवश्य पधारे । ये फागी नगरी 7 भव्य जिनालयों से सुशोभित जिनमे क्रमशः पार्श्वनाथ जैन चैत्यालय, चंदप्रभः जी की काली नसियां, मुुुनिसुव्रत भगवान का बिचला मंंदिर, पार्श्वनाथ जी का कांच वाला मंदिर , आदिनाथ जी का बड़ा मंदिर, आदिनाथ जी महावीर जी और शांतिनाथ जी का त्रिमूर्ती मंदिर , एवं चंदप्रभः जी का चंद्रपूरी है। यहाँ एक भव्य संत भवन का भी निर्माण हो रहा है । फागी नगरी के गुणसागर कॉलोनी में परम पूज्य आर्यिका 105 श्री पार्श्व वति माताजी का समाधिस्थल भी है । एवं कांच वाले मंदिर में आचार्य श्री 108 चारित्र दिवाकर श्री चंद्रसागर जी महाराज की शिष्या माताजी का समाधिस्थल भी है। और फागी नगरी से चकवाड़ा की और जाने में लगभग 4 किलोमीटर में ही एक और भव्य गुणस्थली तीर्थ आता है जहाँ शांतिनाथ भगवान का भव्य जिनालय है और परम पूज्य तपोनिधि वनिसिद्ध 108 मुनि श्री गुणसागर जी का समाधिस्थल भी है । श्री गुणसागर जी महाराज की असीम अनुकंपा से ही फागी में 5 मंदिर का पंचकल्याण हुआ था उनमे से 4 का जीर्णोद्धार एवं एक मंदिर नया जो की त्रिमूर्ती मंदिर है । श्री गुणसागर जी महाराज वाणीसिद्ध थे । इस भव्य नगरी में अवश्य पधारे । विनीत:- सकल दिगंबर जैन समाज फागी , जिला -जयपुर तहसील फागी 303005
  9. 1. Sambhav nath bhgwan 2. Abhinandan nath bhgwan 3. Shantinath bhgwan 4. Ajit nath bhgwan 5. Shital nath bhgwan 6. 7. Aadinath ji 8. Dharm nath ji 9. Padmprabh ji 10. Vaspujya ji 11. Chanda prabh ji 12. Pushpadnt ji 13. Annat nath ji 14. Munisuvrat nath ji 15. Mahavir swami
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