?भविष्य की बातों का पूर्वदर्शन - अमृत माँ जिनवाणी से - २९७
? अमृत माँ जिनवाणी से - २९७ ?
"भविष्य की बातों का पूर्वदर्शन"
सन १९४७ में पूज्य शान्तिसागर महराज ने वर्षायोग सोलापुर में व्यतीत किया था। मैं भी गुरुदेव की सेवा में व्रतों में पहुंचा था। एक दिन व्रतों के समय पूज्यश्री के मुख से निकला "ये रजाकार लोग हैदराबाद रियासत में बड़ा पाप व अनर्थ कर रहे हैं। इनका अत्याचार सीमा को लांघ रहा है। इनको अब खत्म होने में तीन दिन से अधिक समय नहीं लगेगा।"
महराज के मुख से ये शब्द सुने थे। उसके दो चार रोज बाद ही सरदार बल्लभभाई पटेल के पथ-प्रदर्शन के अनुसार हैदराबाद पर भारत सरकार ने पुलिस कार्यवाही रूप आक्रमण कर दिया और तीन दिन के भीतर ही हैदराबाद ने भारत सरकार के समक्ष घुटने टेक दिए।
इसके अनंतर मैंने आचार्य महराज से कहा, "महराज ! उस दिन आपके मुख से हैदराबाद का जो भविष्य निकला था, यह पूर्णतः ठीक निकला। यह बताइये, इसका कैसे पता चल गया, आप तो राजनीति आदि की खबरों से दूर रहते हैं।"
महराज ने कहा, "हमारा जैसा ह्रदय बोला, वैसा हमने कहा रहा।"
? स्वाध्याय चारित्र चक्रवर्ती ग्रंथ का ?
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