*"अपने मन के घर आँगन में कुछ प्यार के दीप सजाइये ll*
*तेल डालिए उसमें सुकूँ का और द्वेष को बाती बनाइये ll*
*फिर मीठा मीठा बोल-कर, उस द्वेष को आग लगाइये ll*
*रौशनी कीजिये खुशियों की और हर तरफ इसे फैलाइये ll*
भगवान महावीर निर्वाण महोत्सव एवं खुशियों का त्योहार दीपोत्सव दीपावली महापर्व की हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं।