10 lakshan parv ka Arth hai ki 10 lakshanon ke sath manaya jaane wala पर्व। यह 10 लक्षण इस प्रकार है उत्तम क्षमा उत्तम मार्दव उत्तम आर्जव उत्तम शौच उत्तम सत्य उत्तम संयम उत्तम तप उत्तम त्याग उत्तम आकिंचन्य और उत्तम ब्रह्मचर्य। इन 10 धर्म का पालन करते हुए हम मोक्ष मार्ग की ओर अग्रसर होते हैं और एक दिन मोक्ष मार्ग को प्राप्त कर लेते हैं इसलिए 10 लक्षण पर्व का जैन धर्म में बहुत महत्व है
जहां भी वेजिटेबल और नॉनवेज दोनों खाना एक साथ मिलता है, वहां भी हमें खाना नहीं खाना चाहिए, हम वहां पर वेजिटेबल खाना खा रहे हैं लेकिन मांसाहार के बराबर ही होगा। वहां पर तो पानी भी नहींपीना चाहिए
Mujhe pata hi nahin tha ismein kaise Uttar dena hai isliye main pratiyogita mein Shamil nahin Ho Pai kya yah fir se paper ka Uttar Diya ja sakta hai paper kaise prapt hoga
जहां नॉन वेज और वेज खाना मिलता है वहां पर खाना कभी नहीं खाना चाहिए इससे अच्छा तो भूखा रहना है ऐसी जगह पर तो पानी भी नहीं पीना चाहिए। इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि जहां हमें वेज खाना नहीं मिल सकता और यह बात हमें में पहले से ही पता है कि हमने वहां पर वेज खाना नहीं मिलेगा तो हमें अपने भोजन की व्यवस्था साथ लेकर चलनी चाहिए। जय जिनेंद्र