Jump to content
फॉलो करें Whatsapp चैनल : बैल आईकॉन भी दबाएँ ×
JainSamaj.World

Anjula Jain

Members
  • Posts

    1
  • Joined

  • Last visited

1 Follower

About Anjula Jain

  • Birthday August 5

Personal Information

  • स्थान / शहर / जिला / गाँव
    Jabalpur (M.P.)

Recent Profile Visitors

92 profile views

Anjula Jain's Achievements

Newbie

Newbie (1/14)

  • Week One Done
  • First Post

Recent Badges

0

Reputation

  1. उत्त्तम क्षमा मार्दव आर्जव भाव है, सत्य शौच संयम तप त्याग उपाव है, आकिंचन ब्रह्मचर्य धरम दश सार है , चहुंगति दुखते काड़ी मुक्ति करतार है । यह 10 लक्षण पर्व हमारे आत्म शुद्धि का पर्व है । यह पर्व इच्छाओं का दमन और कशायों का शमन करताहै। इसमें प्रारंभ के चार धर्म चार कशायो।से विपरीत है । इन 10 धर्म का आचार्य परमेष्ठी 36 मूल गुनो में सूक्ष्म रूप से पालन करते हैं । श्रावक भी स्थूल रूप से 10 दिनों में इनका पालन करते हैं। यह धर्म हमें चारों गतियां के दुखों से मुक्ति दिलानेमें सहायक है।
  2. 357 सूत्र तत्त्वार्थ सूत्र
×
×
  • Create New...