उनको कहेंगे कि भैया छुपाने से दोष बढ़ता जायेगा और आगे परेशानी में पड़ सकते हैं जैसे बचपन में बच्चे स्कूल से पेंसिल चोरी करके लाता हे उसे उसी समय नही रोका जाय तो आगे चलकर बड़ा चोर बनता है
वास्तविकता और बाहरी दिखावे के बीच संतुलन बनाने के लिए हमें पड़ोसी क्या कर रहा है उस पर ध्यान न देते हुए अपना काम करना चाहिए जो अपने पास है उसी में सन्तुष्ट रहना चाहिए