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JainSamaj.World

About This Club

जैन समाज झालावाड़

Category

Regional Samaj

Jain Type

Digambar
Shwetambar

Country

Bharat (India)

State

Rajasthan
  1. What's new in this club
  2. अतिशय क्षेत्र झालरापाटन-पाश्र्वगिरि राजस्थान नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र पार्श्वगिरि जूनी नसियां, झालरापाटन, जिला-झालावाड़ (राजस्थान) पिन - 326023 टेलीफोन - फोन : 07432 - 241305, 07023161338 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 5, कमरे (बिना बाथरूम) - X हाल - 3, गेस्ट हाऊस - X 1000 वर्ष प्राचीन शान्तिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर एवं धर्मशाला शहर में यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 100 फोन : 07432-241124, 077423 भोजनशाला - नहीं औषधालय - नहीं पुस्तकालय - नहीं विद्यालय - नहीं एस.टी.डी./पी.सी.ओ.- नहीं आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - रामगंजमण्डी-30 कि.मी.,भवानी मंडी-45 कि.मी.,कोटा-90कि.मी. बस स्टेण्ड - झालरापाटन-1कि.मी., झालावाड़ - 1 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - इंदौर, उज्जैन, भोपाल से सीधा रोड़ जयपुर-जबलपुर-हाइवे 12 पर निकटतम प्रमुख नगर - झालावाड़ - 5 कि.मी., कोटा - 90 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र पार्श्वनाथ, जूनी नसियाँ ट्रस्ट अध्यक्ष - डॉ. डी.के जैन (094142-56491) सचिव - श्री मुकेश चेलावत (094141-93702) कोषाध्यक्ष - श्री राजकुमार जैन (094145-71711) प्रबन्धक - श्री विमल सिंघई (094610-06427) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01 + 01 क्षेत्र पर पहाड़ : है ऐतिहासिकता : इस तीर्थक्षेत्र में 1400 वर्ष प्राचीन 15 मान स्तम्भ पहाड़ में जमीन से खुदाई करने पर प्राप्त हुए हैं। श्री पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमाओं पर सर्पो के जोड़े बने हुए हैं। यह प्रमाणित है कि भगवान पार्श्वनाथ का समवशरण आया था, यहाँ धर्मशाला में 96 कमरों का निर्माण कार्य तीव्रगति से चल रहा है। भव्य मंदिर का प्रोजेक्ट भी विचाराधीन है। कहा जाता है कि यहाँ वर्षों से सफेद सर्पो का एक जोड़ा भी निवास करता है, जो कि धरणेन्द्र के रूप में रक्षा करता है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र - झालरापाटन शहर में भव्य 1000 वर्ष प्राचीन श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर दर्शनीय है। चाँदखेड़ी-35 कि.मी., बिजेलिया पार्श्वनाथ-150 कि.मी., आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  3. अतिशय क्षेत्र चाँदखेड़ी राजस्थान नाम एवं पता - श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, चाँदखेड़ी, ग्राम एवं तह. - खानपुर, जिला - झालावाड़ (राजस्थान) पिन - 326038 टेलीफोन - 07430 - 261358, 261616, 09214629719 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम)-100, कमरे (बिना बाथरूम)-100, हाल - 10 (यात्री क्षमता - 200+300), ए.सी. कमरे - 16 यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 2000 भोजनशाला - नियमित, सशुल्क पुस्तकालय - है, पुस्तकें - 1500, नियमित पत्रिकाएँ - 10 औषधालय - है (आयुर्वेदिक) विद्यालय - है एस.टी.डी./ पी.सी.ओ.- है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - रामगंजमंडी - 65 कि.मी., कोटा - 120 कि.मी., अटरू - 35 कि.मी., बारा - 45 कि.मी. बस स्टेण्ड खानपुर - 1 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - रामगंजमंडी, कोटा, झालावाड़, इन्दौर से नियमित बस सेवा अटरू बारा से नियमित बस सेवा उपलब्ध निकटतम प्रमुख नगर - झालावाड़ - 35 किमी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री आदिनाथ दि. जैन महाअतिशय क्षेत्र, चाँदखेड़ी प्रबन्ध - कार्यकारिणी कमेटी अध्यक्ष - श्री गुलाबचन्द जैन, चूना वाले (0744-2502161, 09414188281) महामंत्री - श्री महावीरप्रसाद जैन (0744-2428979, 09352638979) प्रबन्धक - श्री अविनेश जैन (07430-261358,261616, 097848 95777) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 02 क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : जनश्रुति के अनुसार कोटा राज्य के दीवान श्री किशनदासजी मड़िया (बघेरवाल) को रात्रि में किसी ने कहा कि 'शेरगढ़ के बारापाटी के सघन वन में स्थित तीर्थंकर भगवान आदिनाथ की प्रतिमा को अन्यत्र विराजमान करो और इस पर कार्यवाही करते हुए प्रतिमाजी यहीं पर आकर रुक गई। इस प्रकार यह मूर्ति चाँदखेड़ी में विराजमान की गई। मूलनायक भगवान आदिनाथ की यह प्रतिमा अतिशययुक्त लाल पाषाण की साढ़े छह फीट उत्तुंग पद्मासन में स्थित है। इस पर संवत् 512 अंकित है। महाअतिशय : परमपूज्य मुनि पुंगव श्री 108 सुधासागरजी महाराज द्वारा श्री चन्द्रप्रभु भगवान, सिद्ध भगवान एवं श्री पार्श्वनाथ भगवान के रत्नमयी जिन बिम्बों को 24 मार्च 2002 से 6 अप्रैल 2002 तक श्रावकों के दर्शनार्थभूगर्भ से ऊपर निकाला गया। विशेष आयोजन की तिथियाँ : चैत्र वदी नवमी (श्री आदिनाथ जयन्ती) समीपवर्तीतीर्थक्षेत्र : झालरापाटन - 40 कि.मी., केशोराय पाटन - 145 कि.मी., कैथूली - 85 कि.मी., गागरोन का किला - 35 कि.मी.दादावाडी नसियाँकोटा - 120 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
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