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JainSamaj.World

About This Club

जैन समाज अमरावती

Category

Regional Samaj

Jain Type

Digambar
Shwetambar

Country

Bharat (India)

State

Maharashtra
  1. What's new in this club
  2. अतिशय क्षेत्र कौडण्यपुर महाराष्ट्र नाम एवं पता - श्री सुपार्श्वनाथ दि. जैन मन्दिर अतिशय क्षेत्र, कौडण्यपुर तहसील - तिवसा, जिला - अमरावती (महाराष्ट्र) पिन - 444903 टेलीफोन - 07157 - 222150, 222011, 09422844991 क्षेत्र पर उपलब्ध आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - ४, कमरे (बिना बाथरूम) - 4 सुविधाएँ हाल - 1 (यात्री क्षमता - 50), गेस्ट हाऊस - X यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 50 (अन्य समाज की धर्मशालायें भी है) भोजनशाला - नहीं औषधालय - नहीं पुस्तकालय - नहीं विद्यालय - नहीं एस.टी.डी./ पी.सी.ओ.- है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - चांदूर - 20 कि.मी., पुलगांव - 35 कि.मी. बस स्टेण्ड - आर्वी -9 कि.मी., अमरावती - 40 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - क्षेत्र सड़क मार्ग से सम्बद्ध है। अमरावती रोड़ पर हर समय बस उपलब्ध है। निकटतम प्रमुख नगर - अमरावती - 40 कि.मी., आर्वी (जि.-वर्धा)-9 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री पार्श्वनाथ दि. जैन देवस्थान संस्था, आर्वी अध्यक्ष - श्री सुभाष विज्ञानचन्द जैन (07157 - 222011) सचिव श्री राजेश झल्लूलाल जैन (07157 - 222150) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01 क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : भगवान श्री कृष्ण द्वारा रूक्मणी हरण इसी ग्राम से किया गया। यह हिन्दुओं का तीर्थक्षेत्र है। वर्धा नदी के तट पर स्थित जैन मन्दिर अति प्राचीन है तथा अतिशययुक्त है। विशेष जानकारी : उपरोक्त मन्दिर आर्वी पंचायत के अधीन है। क्षेत्र की व्यवस्था श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मन्दिर संस्था, आर्वी, जिला-वर्धा के अधीन है। आर्वी में भी 2 भव्य जिनालय हैं । आवासधर्मशाला की पूर्ण व्यवस्था है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र - भातकुली जैन - 57 कि.मी., मुक्तागिरि - 110 कि.मी., कारंजा (लाड़) - 120 कि.मी., रामटेक - 150 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  3. अतिशय क्षेत्र भातकुली जैन महाराष्ट्र नाम एवं पता - श्री आदिनाथ स्वामी दि. जैन संस्थान (अतिशय क्षेत्र), भातकुली जैन, ग्राम एवं तह. भातकुली जैन, जिला - अमरावती (महाराष्ट्र) पिन - 444721 टेलीफोन - 0721 - 2389041, 2389385, Email - utkarshtraders@reddimail.com संतोष जैन-099706 92038, शैलेष जैन - 096734 31796 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 13, कमरे (बिना बाथरूम) - 20 हाल-2 (यात्री क्षमता-250), गेस्ट हाऊस-प्रस्तावित - 4 फ्लेट यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 500. भोजनशाला - अनुरोध पर सशुल्क प्रवचन गृह - क्षमता - 500 औषधालय - शीघ्र प्रारम्भ हो रहा है। पुस्तकालय - है। विद्यालय - नहीं। एस.टी.डी./ पी.सी.ओ.- है आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - बड़नेरा (सेन्ट्रल रेल्वे) - 20 कि.मी. दूर बस स्टेण्ड - अमरावती से भातकुली जैन - 18 कि.मी. पहँचने का सरलतम मार्ग - रेल व सड़क मार्ग निकटतम प्रमुख नगर - अमरावती-18 कि.मी., नागपुर-170 कि.मी.,अकोला-90 कि.मी.,कारंजा-60 कि.मी., मुक्तागिरि-50 कि.मी., शिरपुर जैन-135 कि.मी., नेमगिरि-180 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री आदिनाथ स्वामी दि. जैन संस्थान, भातकुली जैन अध्यक्ष - श्री सतीश वाय संगई (0721-2673333 नि. 2562833) मो.: 098230 - 39299, 09422855666) मंत्री - श्री नाना आत्माराम चांदुरकर (094239-49393) व्यवस्थापक - श्री जयकुमार भोंगाड़े (0721 - 2389041) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 03 क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : भगवान आदिनाथ की मूलनायक प्रतिमा लगभग 2500 वर्ष पूर्व की है। 18 वीं शताब्दी के अंतिम काल में ग्राम प्रमुख को स्वप्न देकर भूगर्भ से निकाली गई, तत्पश्चात् पूज्य श्री नेमसागरजी महाराज के सानिध्य में मूर्ति प्रतिष्ठित की गई। विशेष आयोजन : प्रति वर्ष दीपावली के पश्चात पंचमी को भगवान आदिनाथ का रथ-यात्रा महोत्सव होता है। विशेष जानकारी : शेगांव गजानन महाराज संस्थान - 150 कि.मी., चिखलदरा टायगर फारेस्ट 80 कि.मी. समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र : भामदेवी-40 कि.मी. मुक्तागिरि-50 कि.मी.,शिरपुर-135 कि.मी.,कारंजा(लाड़)-60 कि.मी., नेमगिरि - 180 कि.मी., चिखलदरा - स्टेशन - 100 कि.मी., रामटेक - 200 कि.मी., वाढोना रामनाथ-60 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  4. रतन भवन दहीसाथ - अमरावती (महाराष्ट्र) आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस धर्मशाला के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस धर्मशाला में रुके है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
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