#महावीर#
आवश्यकता है एक वीर की
त्रिशला नंदन महावीर की।
मुनिजन के सवाल सुलझा कर
आगमाधार बनगये सन्मति।
मदगज को किया नियंत्रण
और वीर बन गए महावीर।
जियो जीने दो का मंत्र दिया
सत्य अहिंसा का बोध किया।
संयम क्षमा हो सांस सांस मे
कहा अहंकार करो न मन मे।
करो न चोरी जीवन भर मे
झूट का विचार हो न मनमे ।
त्याग, अपरिग्रह का दिया संदेशा
करो पालन इन का मिलकर।
वैशालि का था राजकुमार
प्यार से वैशालिक करे पुकार।
प्रदेश विदेह का था महावीर
वैदेहिक नाम का करे आदर।
आज जरूरि त्याग संयम की
शांति औ अहिंसा जीवन का।
महावीर की स्मृति जरूरी ,
त्याग अनेकांत याद कराने
वर्तमान की हिंसक जगको
वर्धमान की आवश्यकता है ।
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अनिलकुमार इराज,
9448751416