Jump to content
फॉलो करें Whatsapp चैनल : बैल आईकॉन भी दबाएँ ×
करें "दस लक्षण पर्व का आगाज नृत्य प्रस्तुति के साथ" ×
JainSamaj.World
Unknown


Lyric: भक्तामर स्तोत्र श्लोक 42
वल्गत्-तुरङ्ग-गज-गर्जित-भीमनाद-
माजौ बलं बलवता-मपि-भूपतीनाम्।

उद्यद्-दिवाकर-मयूख-शिखापविद्धं
त्वत्कीर्तनात्तम इवाशु भिदामुपैति॥ 42॥
Read more
×
×
  • Create New...