Jump to content
फॉलो करें Whatsapp चैनल : बैल आईकॉन भी दबाएँ ×
JainSamaj.World

सहज स्वभावी ज्ञाता दृष्टा


admin

मैं हूँ आतमराममैं हूँ आतमराम,

सहज स्वभावी ज्ञाता दृष्टा चेतन मेरा नाम ॥टेर॥

 

कुमति कुटिल ने अब तक मुझको निज फंदे में डाला

मोहराज ने दिव्य ज्ञान परडाला परदा काला

डुला कुगति अविरामखोया काल तमाम ॥ सहज.. ।१।

 

जिन दर्शन से बोध हुआ है मुझको मेरा आज

पर द्रव्यों से प्रीति बढ़ा निजकैसे करूँ अकाज

दूर हटो जग कामरागादिक परिणाम ॥ सहज.. ।२।

 

आओ अंतर ज्ञान सितारोआतम बल प्रगटा दो

पंचम गति ``सौभाग्य'' मिले प्रिय आवागमन छुड़ादो

पाऊँ सुख ललामशिवस्वरूप शिवधाम ॥ सहज.. ।३।

 



×
×
  • Create New...