नेमि जिनेश्वर
नेमि जिनेश्वर...
नेमि जिनेश्वर तेरी जय जयकार करे हम सारे ॥
भव भय हारी, मम हित कारी,
तुम हो ज्ञाता, तुम हो दृष्टा ।
प्राणी मात्र के प्रभु आपने सारे कष्ट निवारे ॥ नेमि जिनेश्वर..
विघ्न विनाशक, स्व-पर प्रकाशक,
तुम्हीं महन्ता, तुम भगवन्ता।
तीन जगत के ज्ञेयाकार निहारे ॥ नेमि जिनेश्वर..
ज्ञेय प्रकाशक, हेय विनाशा,
उपादेय निज, तुम दर्शाया।
इंद्र सुरेन्द्र नरेन्द्र तुम्हारी आरती उतारें ॥ नेमि जिनेश्वर...