नाचे रे इन्दर देव रे....नाचे रे इन्दर देव रे,
जन्म कल्याण की बज रही बधैया मुक्ति में अब का देर रे।
नाचे रे इन्दर देव रे...
शिवादेवी के गर्भ में आये, देखो जी नेमिकुमार रे,
समुद्रविजय जी फ़ल बतावें, होवे खुशियां अपार रे॥
नाचे रे इन्दर देव रे...
शिवादेवी ने ललना जायो, जायो नेमिकुमार रे,
समुद्रविजय जी मुहरें लुटायें, देखो दोई दोई हाथ रे॥
नाचे रे इन्दर देव रे...
देव देवियां स्वर्ग से आये, मन में खुशियां अपार रे,
छप्पन कुमारी मंगल गावें, गावें मंगलाचार रे॥
नाचे रे इन्दर देव रे...