मंत्र नवकारा हृदय में धर लिया ,
उसने जीते कर्म शिव को वर लिया ॥
मंत्र मे अरिहन्त सिद्धों को नमन ,
उसने आतम सिद्ध अपना कर लिया ॥ उसने जीते ..॥
भाव से आचार्य को वंदन किया ,
ज्ञान मोती से ये दामन भर लिया ॥ उसने जीते ..॥
भक्ति से उवज्झाय को कीना नमन,
उसने जडता का अंधेरा हर लिया ॥ उसने जीते ..॥
सर्व साधु तारने को नाव है,
जो चढा इस नाव पे भव तर लिया ॥ उसने जीते ..॥
मंत्र तीनो लोक में ऐसा नहीं ,
जिन जपा जीवन सफ़ल प्रभु कर लिया ॥उसने जीते..॥