ये शाश्वत सुख का प्याला, कोई पियेगा अनुभव वाला ॥
ध्रुव अखंड है, आनंद कंद है, शुद्ध बुद्ध चैतन्य पिण्ड है
ध्रुव की फ़ेरो माला ॥ कोई...
मंगलमय है मंगलकारी, सत चित आनंद का है धारी
ध्रुव का हो उजियारा ॥ कोई...
ध्रुव का रस तो ज्ञानी पावे, ज्न्म मरण का दुःख मिटावे
ध्रुव का धाम निराला ॥ कोई...
ध्रुव की धुनी मुनी रमावे, ध्रुव के आनंद में रम जावे
ध्रुव का स्वाद निराला ॥ कोई...
ध्रुव के रस में हम रम जावें, अपूर्व अवसर कब यह आवे,
ध्रुव का हो मतवाला ॥ कोई....