गावो री बधाईयां, बजाओ मिल सुख शहनाइयां,
जन्में हैं श्री जिनराइयां॥
धन्य मरुदेवी ने जायो है ललना,
विश्व झुलाये जिसे आज नैन पलना,
जग हर पाइयां कि सूरज चांद जलाइयां ॥ जन्में हैं...॥
छप्पन कुमारियों ने की मात सेवा,
रची थी अयोध्या नगरी स्वर्ग सम देवा,
धनद उमगाइयां, रत्न है अपार बरसाइयां ॥ जन्में हैं...॥
आज अयोध्या साये, बना शुभ नगर है,
चहका है चप्पा चप्पा, छटा मनहर है,
तोरणहार सजाइयां, बंदनवार बधाइयां ॥ जन्में हैं...॥
धन्य है वो नर जिन जन्मोत्सव मनाते,
पुण्य उदय से ऐसा अवसर पाते,
प्रभु गुण गाइयां, शील निजभाग वराइयां ॥ जन्में हैं...॥