Jump to content
फॉलो करें Whatsapp चैनल : बैल आईकॉन भी दबाएँ ×
JainSamaj.World

अरे जिया जग धोखे की टाटी


admin

अरे जिया जग धोखे की टाटी॥

 

झूठा उद्यम लोक करत है, जामें निशदिन घाटी।

जानबूझ कर अंध बने हैं, आंखन बांधी पाटी॥

 

निकस जायें प्राण छिनक में, पडी रहेगी माटी।

’दौलतराम’ समझ मन अपने, दिल की खोल कपाटी॥

 



×
×
  • Create New...