अहिंसा संगोष्ठी : अहिँसा विषय पर आपकी पंक्तियां In Non-violence, Ahinsa Posted October 2, 2021 अहिंसा परमो धर्म अहिंसा का सामान्य अर्थ है हिंसा न करना किसी भी प्राणी को तन, मन,कर्म, वचन और वाणी से नुकसान नहीं पहुंचाना। अहिंसाव्रत की चार भावनाएं है। वचन गुप्ति, इर्या समिति, आदानि निक्षेपण समिति, आलोकित पान भोजन। एकदेश अहिंसादी व्रतों का पालन करने वाला क्रमशः स्वर्ग सुख को प्राप्त कर परंपरा से मोक्ष को प्राप्त करता है। जो संकल्प पूर्वक त्रस हिंसा का त्यागी है और बिना प्रयोजन स्थावर जीवो की भी विराधना नहीं करता है वह अहिंसाणुव्रत्ति है। 4
अहिंसा संगोष्ठी : अहिँसा विषय पर आपकी पंक्तियां
In Non-violence, Ahinsa
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अहिंसा परमो धर्म
अहिंसा का सामान्य अर्थ है हिंसा न करना किसी भी प्राणी को तन, मन,कर्म, वचन और वाणी से नुकसान नहीं पहुंचाना।
अहिंसाव्रत की चार भावनाएं है। वचन गुप्ति, इर्या समिति, आदानि निक्षेपण समिति, आलोकित पान भोजन।
एकदेश अहिंसादी व्रतों का पालन करने वाला क्रमशः स्वर्ग सुख को प्राप्त कर परंपरा से मोक्ष को प्राप्त करता है।
जो संकल्प पूर्वक त्रस हिंसा का त्यागी है और बिना प्रयोजन स्थावर जीवो की भी विराधना नहीं करता है वह अहिंसाणुव्रत्ति है।