सभी व्रतों में अहिंसा व्रत मुख्य है ,क्योंकि बाकी के सभी व्रत अहिंसा व्रत की रक्षा के ही साधन है ।
सत्य , अस्तेय , ब्रह्मचर्य ,अपरिग्रह , 3 गुणव्रत , 4 शिक्षाव्रत , 11 प्रतिमाएं , महाव्रत आदि जितने भी व्रत है , अहिंसा धर्म का पोषण ही करते है । बिना अहिंसा के बाकी सभी व्रत कर्म निर्जरा में कारण नहीं बन सकते ।
अहिंसा परमो धर्म की जय