23 बालक तीर्थंकर होगा
24 धर्म चक्र का संचालक होगा
25 कर्मों को नष्ट करने वाला अन्नंत बलवान होगा
26सुमेरु पर्वत पर इन्द्र द्वारा स्नान कराना
27सुगंधित शरीर वाला और श्रेष्ठ ज्ञानी होगा
28 धर्मरूपी अमृत की वर्षा करने वाला और भव्य जीवो को प्रसन्न करने वाला होगा
29 अज्ञान रूपी अंधकार का विनाशक
30 अनेक निधियो का स्वामी होगा
31 सबके लिये कल्याणकारी व महान सुखी होगा
32 व्यंजनों से सुशोभित शरीर वाला होगा
33 नो केवल लब्धियो वाला केवलज्ञानी होगा
34 माहराज पदवाच्य जगत का स्वामी होगा
35 नागेन्द्र भवन के अवलोकन से अवधि ज्ञान रूपी नेत्र को धारण करने वाला होगा