27-वह धर्म तीर्थ स्थापित करेगा और जन जन द्वारा पूजित होगा 28-उसके तीनोलो को मे लोग आनंदित होगें 29-पुत्र सुर्य के समान तेज युक्त और पापी प्राणियो का उद्धाक होगा
30-वह पुत्र अनेक निधियों का स्वामी निधिपति होगा
31-वह पुत्र महा आनंद का दाता, दुख हर्ता होगा 32-1008शुभ लक्षणों से युक्त पु त्र प्राप्त होगा 33-