admin Posted September 6, 2020 Share Posted September 6, 2020 णमोकार की महिमा न्यारी, सदा रखो तुम इससे यारी शत अठ बार जपे क्यों त्राता, ज्ञात तुम्हें हो कह दो भ्राता ॥ 1 Link to comment Share on other sites More sharing options...
Arham jain Posted September 6, 2020 Share Posted September 6, 2020 करमो का आस्तर्व १०८ द्वारों से होता है उसको रोकने हेतू १०८ बार णमोकार मन्तर जपते हैं Link to comment Share on other sites More sharing options...
Sushma Nayan Jain Posted September 6, 2020 Share Posted September 6, 2020 समरंभ समारंभ आरंभ के ३ × मन वचन काय के 3 × कृतकारित अनुमोदना के 3 =२७ × क्रोध मान माया लोभ के ४ ऐसे २७×४=१०८ बार रोजाना अपने से पाप होते है इसलिये 108 बार जाप करते है | Link to comment Share on other sites More sharing options...
Kishor Narayan Chatur Posted September 6, 2020 Share Posted September 6, 2020 पापो से मलिन आत्मा की विशुद्धी हो, उत्तम सुख मिले इसलिये नमोकार मंत्र का जप करना चाहिए | Link to comment Share on other sites More sharing options...
Neelima Agarwal Posted September 6, 2020 Share Posted September 6, 2020 8 hours ago, admin said: णमोकार की महिमा न्यारी, सदा रखो तुम इससे यारी शत अठ बार जपे क्यों त्राता, ज्ञात तुम्हें हो कह दो भ्राता ॥ 9 का अङ्क शाश्वत है, उसमें कितनी भी संख्या का गुणा करें और गुणनफल को आपस में जोड़ने से 9 ही रहता है। जैसे 9x3=27 (2+7=9) अतः शाश्वत पद पाने के लिए 9 बार पढ़ा जाता है। कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। प्रायश्चित में 27 या 108 श्वासोच्छवास के विकल्प में 9 बार या 36 बार णमोकार मन्त्र पढ़ सकते हैं Link to comment Share on other sites More sharing options...
Neelima Agarwal Posted September 6, 2020 Share Posted September 6, 2020 8 hours ago, admin said: णमोकार की महिमा न्यारी, सदा रखो तुम इससे यारी शत अठ बार जपे क्यों त्राता, ज्ञात तुम्हें हो कह दो भ्राता ॥ 9 का अङ्क शाश्वत है, उसमें कितनी भी संख्या का गुणा करें और गुणनफल को आपस में जोड़ने से 9 ही रहता है। जैसे 9x3=27 (2+7=9) अतः शाश्वत पद पाने के लिए 9 बार पढ़ा जाता है। कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। प्रायश्चित में 27 या 108 श्वासोच्छवास के विकल्प में 9 बार या 36 बार णमोकार मन्त्र पढ़ सकते हैं Link to comment Share on other sites More sharing options...
Sachin Jain Chinmay Posted September 6, 2020 Share Posted September 6, 2020 मन, वचन,काय =3 संरम्भ,समारम्भ,आरम्भ=3 कृत,कारित, अनुमोदना=3 क्रोध,मान,माया,लोभ=4 3×3×3×4=108 प्रकार के पाप से बचने हेतु Link to comment Share on other sites More sharing options...
Ndjain006 Posted September 6, 2020 Share Posted September 6, 2020 क्योंकि नवपद के 108 गुण होते हैं इसलिए माला में 108 मोती होते हैं Link to comment Share on other sites More sharing options...
Moni Jain Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। Link to comment Share on other sites More sharing options...
अंजलि जैन Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Vidhi Jain Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते है । Link to comment Share on other sites More sharing options...
Dr Ravi Kumar jain Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 On 9/6/2020 at 7:59 AM, admin said: णमोकार की महिमा न्यारी, सदा रखो तुम इससे यारी शत अठ बार जपे क्यों त्राता, ज्ञात तुम्हें हो कह दो भ्राता ॥ 108 pap ka nash karne ke liye 3sarambh,samarambharambh*3krit,karit,anumodit*3yog*4kashya=108 Link to comment Share on other sites More sharing options...
Rajendra K. Daftary Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Pankaj jain124 Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Pankaj jain124 Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Shubhi Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 पाप आने के 108 द्वार है इसी कारण से 108 बार जाप करते है। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Rajendra123 Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 हम हर समय मन,वचन,काय से और कृत, कारित,अनुमोदना से और समरम्भ, समारम्भ ,आरम्भ और क्रोध,मान, माया,लोभ से 3×3×3×4=108 द्वारों से कर्मो का आश्रव करते रहते हैं । इसीलिए 108 बार जाप करते हैं,जिससे उन पापों का सँवर और प्रक्षालन हो सके। Link to comment Share on other sites More sharing options...
PreetiJain Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 9 का अङ्क शाश्वत है, उसमें कितनी भी संख्या का गुणा करें और गुणनफल को आपस में जोड़ने से 9 ही रहता है। जैसे 9x3=27 (2+7=9) अतः शाश्वत पद पाने के लिए 9 बार पढ़ा जाता है। कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। एक सौ आठ पापों का क्षय करने की एक भावना है। (समरंभ , समारम्भ, आरम्भ) गुणा (मन, वचन, काय) गुण (कृत, कारित, अनुमोदना) गुणा (क्रोध, मान, माया, लोभ) = 3 गुणा 3 गुणा 3 गुणा 4 गुणा = 108 Link to comment Share on other sites More sharing options...
Ankit Patni Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 On 9/6/2020 at 7:59 AM, admin said: णमोकार की महिमा न्यारी, सदा रखो तुम इससे यारी शत अठ बार जपे क्यों त्राता, ज्ञात तुम्हें हो कह दो भ्राता ॥ 4 kashay (krodh maan maaya Lobh) Samrambh, Samarambh, Aarambh (3) Krit Kaarit Anumodna (3) Man Vachan Kaay (3) 4*3*3*3= 108 108 prakar se kashayo ko rokne ke liye namokar mantra ka 108 baar jaap karte he!!! Link to comment Share on other sites More sharing options...
Tejal Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 Namokar mantra Link to comment Share on other sites More sharing options...
Pushpa Kondekar Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 !Man,vachan,Kay,krut,karit,anumodan,sarmbha,samarambha,aarambha,krodh,man,Maya,lobh.in 3*3*3*4=108 prakarse papka Nash honekeliy108 mantra ka map hota hai. Link to comment Share on other sites More sharing options...
Namrata Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 कर्मो का आस्रव 108 द्वारों से होता है, उसको रोकने हेतु 108 बार णमोकार मन्त्र जपते हैं। Link to comment Share on other sites More sharing options...
Alok Jain Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 108 प्रकार के पापों को दूर करने के लिए कृत कारित अनुमोदना, मन वचन काय, संभ्रम समारंभ आरंभ, क्रोध मान माया लोभ इन को आपस में गुणा करने पर 108 होता है उससे बचने के लिए णमोकार मंत्र की 108 बार जाप देते हैं Link to comment Share on other sites More sharing options...
Jyotika Shah Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 Karma ka aashrav 108 dwaro se hota hai ise rokne ke liye 108 baar jaap karte hai Link to comment Share on other sites More sharing options...
Pinal Shah Posted September 7, 2020 Share Posted September 7, 2020 Mala japna Link to comment Share on other sites More sharing options...
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