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श्री देवाधिदेव 1008 नागफणी पार्श्वनाथ दि. जैन मंदिर अतिशय क्षेत्र, डूंगरपुर (राजस्थान)


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अतिशय क्षेत्र नागफणी पार्श्वनाथ राजस्थान

नाम एवं पता - श्री देवाधिदेव 1008 नागफणी पार्श्वनाथ दि. जैन मंदिर अतिशय क्षेत्र, नागफणी, पोस्ट - मोदर, तहसील एवं जिला - डूंगरपुर (राजस्थान) पिन - 314801

टेलीफोन - 02964 - 294044, 09571341350, 07568777944

 

क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ

आवास - कमरे (अटैच बाथरूम)- 20, कमरे (बिना बाथरूम) - 16, हाल-3(यात्री क्षमता - 1000+300+200),गेस्ट हाऊस

यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 1000.

भोजनशाला - है, नियमित, सशुल्क

औषधालय - नहीं

पुस्तकालय - नहीं

विद्यालय - नहीं

एस.टी.डी./पी.सी.ओ.- नहीं

 

आवागमन के साधन

रेल्वे स्टेशन - डूंगरपुर - 35 कि.मी., उदयपुर -105 कि.मी.

बस स्टेण्ड - बिछीवाड़ा - 10 कि.मी.

पहुँचने का सरलतम मार्ग - चुंडाबाड़ा मोदर - डूंगरपूर, बिछीवाड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 8, 10 कि.मी. बिछीवाड़ा से चुंडावाडा होकर हर घंटे में जीप उपलब्ध

निकटतम प्रमुख नगर - बिछीवाड़ा-10 कि.मी., डूंगरपूर - 35 कि.मी., अहमदाबाद - 150 कि.मी.

 

प्रबन्ध व्यवस्था  

संस्था - दिगम्बर जैन समाज ट्रस्ट, बिछीवाड़ा, तह.- डूंगरपुर

अध्यक्ष - श्री धनपाल कोठारी (02964-250418, 095304 79192)

मंत्री - श्री बाबुलालजी कोठारी (09414723638)

प्रबन्धक - श्री गणेशलाल दोशी (02964 - 250171, 09928133633)

 

क्षेत्र का महत्व

क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01, चौबीसी पहाड़ पर

क्षेत्र पर पहाड़ : क्षेत्र पहाड़ पर ही स्थित है, वाहन जाते हैं।

ऐतिहासिकता : किंवदन्ती है कि वृद्ध ग्वाला के स्वप्न में चमत्कारी मूर्ति का सन्देश हुआ व लाते समय पीछे मुड़कर न देखें, परन्तु देखने के पश्चात वहीं झरने पर मूर्ति स्थापित करना पड़ी। गोमुख से स्वच्छ पानी निरंतर तेज बहाव में बहता रहता है। जैन-अजैन की क्षेत्र के प्रति बहुत श्रद्धा है। वार्षिक मेले एवं आयोजन तिथि : प्रति पूर्णिमा को मेला लगता है। गुरू - पूर्णिमा पर विशेष मेला लगने से जैन एवं अजैन भी आते हैं।

समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र : केशरियाजी (ऋषभदेवजी)- 50 कि.मी., खूणादरी बावलवाड़ा - 55 कि.मी., श्री महावीर काँच मन्दिर-छाणी (श्री शान्तिसागर जी महाराज छाणी की जन्मभमि)-45 कि.मी., अणिन्दा पार्श्वनाथ अणिन्दा (उदयपुर के पास)-150 कि.मी. अन्देश्वर पाश्र्वनाथ (बांसवाड़ा के पास)-140 कि.मी., नोगामा - (घाटी सम्मेदशिखर स्थल), (बांसवाड़ा के पास) - 125 कि.मी. पिपलीबी ग्राम में श्री शांतिनाथ भगवान का प्राचीन मंदिर (केशरियाजी के पास) - 58 कि.मी.

आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|

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