admin Posted December 29, 2018 Share Posted December 29, 2018 अतिशय क्षेत्र सांखना - टोंक नाम एवं पता - श्री 1008 शांतिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र, सांखना-टोंक ग्राम - सांखना, तहसील एवं जिला - टोंक (राजस्थान) पिन - 303 503 टेलीफोन - मो.: 097847-57158 Email : soniprakash76@yahoo.in क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 17, कमरे (बिना बाथरूम) - 9 हाल - 2, (यात्री क्षमता - 100), गेस्ट हाऊस - 1 यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 500. अन्य - एक धर्मशाला बाजार में है। भोजनशाला - नहीं औषधालय - है, एलोपेथिक पुस्तकालय - नहीं विद्यालय - नहीं एस.टी.डी./पी.सी.ओ.- है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - निवाई एवं वनस्थली - 57 कि.मी. बस स्टेण्ड - टोंक - 28 कि.मी., टोंक से छान - 20 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - टोंक होते हुए सांखना पहुँचने का मार्ग, छान से सांखना-7 कि.मी. छान में सभी बसें रुकती है। निकटतम प्रमुख नगर - छान -7 कि.मी. टोंक - 28 कि.मी., देवली - 49 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री 1008 शांतिनाथ दि. जैन अतिशय क्षेत्र प्रबंध कमेटी, सांखना अध्यक्ष - श्री प्रकाशचन्द जैन (सोनी), टोंक (08003201008, 094145-58485) मंत्री - श्री प्यारचन्द्र जैन, छान, टोंक (085030 53548, 09829108025) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 01 क्षेत्र पर पहाड़ - है। ऐतिहासिकता - श्री शांतिनाथ दि. जैन मंदिर 431 वर्ष पुराना है। पद्मासन प्रतिमा 41 की है। दो शिलालेख उत्कीर्ण हैं। मंदिर का निर्माण संवत् 1631 में शाह गोत्रिय श्रेष्ठी श्रावक द्वारा कराया गया। भट्टारक श्री ललित कीर्तिजी चन्द्रकीर्तिजी तत शिष्य आचार्य हेमचन्द्रेण ने मंदिर प्रतिष्ठा करवाई। सोलंकी राजपूत गुजरात में परास्त होकर भगवान शांतिनाथ के दरबार में आये एवं इष्ट मानकर पूजा की। मुगल शासकों के भय से अन्यत्र प्रतिमा ले जाने का भय होने से मूर्ति टस से मंस नहीं हुई। प्रयास करने पर जनेउ के आकार में फट गयी (आज भी दरार दिखाई देती है)। रात्रि में किसी भक्त को स्वप्न में दर्शन दिये एवं दिव्य ध्वनि सुनाई दी कि उपसर्ग निवारण हेतु शुद्ध आटे का गर्म सीरा बनाकर, प्रतिमा के चारों ओर लगाकर बांध देने से, प्रतिमा जुड़ जायेगी। प्रतिमा जुड़ गई जो एक चमत्कार है।वह चमत्कारिक प्रतिमा आज भी विराजमान है। वार्षिक मेले - कार्तिक वदी एकम को वार्षिक उत्सव एवं मिती ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी भगवान शांतिनाथकात्रय कल्याणक महोत्सव। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र श्री चन्द्रप्रभु दि. जैन अतिशय क्षेत्र, मेहन्दवास-टोंक - 14 कि.मी. दिगम्बर जैन मंदिर, निवाई -58 कि.मी., नसिया टोंक-27 कि.मी., निमोला - 10 कि.मी., अतिशय क्षेत्र आँवा - 37 कि.मी.,पदमपुरा-75 कि.मी. चमत्कारजी-सवाई माधोपुर-80 कि.मी., अतिशय क्षेत्र निमोला -10 कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें| Link to comment Share on other sites More sharing options...
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