Jump to content
JainSamaj.World

श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मन्दिर, संघीजी - सांगानेर


Recommended Posts

अतिशय क्षेत्र संघीजी - सांगानेर

 

नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र मन्दिर, संघीजी - सांगानेर जैन मोहल्ला,ग्राम एवं तह.-सांगानेर, जि.-जयपुर (राजस्थान) पिन-302029

टेलीफोन - 0141 - 2730390, 2731952  

क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ

आवास - ए.सी. कमरे (अटैच बाथरूम)- 16, कमरे (साधारण) - 10 कूलर वाले अटैच कमरे - 10, ए.सी. हॉल - 1 हाल - 2 (यात्री क्षमता- 50/200), गेस्ट हाऊस - ४

यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 400.

भोजनशाला - नियमित, सशुल्क अन्य : वानप्रस्थ/वृद्धाश्रम है।

औषधालय - है (होम्योपेथिक)

पुस्तकालय - है।

विद्यालय - है (जैन शिक्षा)

एस.टी.डी./ पी.सी.ओ. - है।

आवागमन के साधन

रेल्वे स्टेशन - जयपुर जंक्शन - 15 कि.मी., सांगानेर स्टेशन पर पेसेन्जर गाड़ी रुकती है।

बस स्टेण्ड - जयपुर केन्द्रीय बस स्टेण्ड - 14 कि.मी.

पहुँचने का सरलतम मार्ग - जयपुर अजमेरी गेट एवं नारायणसिंह सर्किल से प्रत्येक 10 मिनट के अंतराल से बस क्र. 3-ए, लो फ्लोअर बस उपलब्ध।

निकटतम प्रमुख नगर - जयपुर शहर - 14 कि.मी. 

प्रबन्ध व्यवस्था

संस्था - श्री दि. जैन अतिशय क्षेत्र मन्दिर संघीजी, प्रबंधकारिणी कमेटी

अध्यक्ष - श्री भंवरलाल सौगाणी (095298 37351)

उपाध्यक्ष - श्री प्रेमचन्द बज (093514 06492)

मानद मंत्री - श्री नरेन्द्रकुमार पाण्ड्या (0141-2730065,098290 17533)

संयुक्त मंत्री - श्री सुरेशकुमार जैन ‘पवालियावाले' (09314219491)

कोषाध्यक्ष - श्री भागचन्द छाबड़ा (०141-2732064, 09529837354)

क्षेत्र का महत्व

क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 08

क्षेत्र पर पहाड़ - नहीं

ऐतिहासिकता - भव्य प्राचीन वैभव युक्त कलापूर्ण मंदिर है। मूलनायक प्रतिमा देवाधिदेव भगवान आदिनाथ की 4000 वर्ष प्राचीन है। कुछ वर्ष पूर्व मुनि श्री सुधासागरजी महाराज द्वारा तल घर से चमत्कारी अमूल्य रत्नों की मूर्तियाँ कुछ दिनों के लिये दर्शनार्थ निकाली गई थीं। आचार्यज्ञानसागर छात्रावास में 150 विद्यार्थी हैं।

विशेष जानकारी - जयपुर में अनेक विशाल प्राचीन जिन मन्दिर दर्शनीय हैं। जयपुर एक ऐतिहासिक नगरी है। क्षेत्र द्वारा भगवान ऋषभदेव ग्रंथमाला संचालित होती है। नारेली (अजमेर) में भी ग्रन्थमाला सेल काउंटर है।

समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र

श्री पद्मपुरा-22 कि.मी., श्री महावीरजी-148 कि.मी., श्रीचूलगिरि (खानियांजी) -20 कि.मी., श्रीज्ञानोदय तीर्थक्षेत्र नारेली-अजमेर-125 कि.मी., तिजारा 225 कि.मी. रेवासा-125 कि.मी.

आपका सहयोग :

जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें| 

 

Link to comment
Share on other sites

  • Who's Online   0 Members, 0 Anonymous, 7 Guests (See full list)

    • There are no registered users currently online
  • अपना अकाउंट बनाएं : लॉग इन करें

    • कमेंट करने के लिए लोग इन करें 
    • विद्यासागर.गुरु  वेबसाइट पर अकाउंट हैं तो लॉग इन विथ विद्यासागर.गुरु भी कर सकते हैं 
    • फेसबुक से भी लॉग इन किया जा सकता हैं 

     

×
×
  • Create New...