admin Posted December 5, 2018 Share Posted December 5, 2018 कुण्डलपुर-नंद्यावर्त महल नाम एवं पता - भगवान महावीर जन्मभूमि कुण्डलपुर, नंद्यावर्त महल, पोस्ट - कुण्डलपुर (नालंदा) बिहार 803 111 टेलीफोन - 06112-295134, 281846, मो.: 09431022376, 09412708203 Email: kundalpurnalanda@gmail.com, Website : www.jambudweep.org क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 35, (बिना बाथरूम)- 14, हाल - 02 (यात्री क्षमता - 50), गेस्ट हाऊस - ४ यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 400 अन्य - आकर्षक फुलवाड़ी, बगीचा एवं प्राकृतिक सौन्दर्य से युक्त वातावरण भोजनशाला - सशुल्क, नियमित विद्यालय - नहीं औषधालय - नहीं पुस्तकालय - नहीं आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - नालंदा - 4 कि.मी., राजगिर - 15 कि.मी. बस स्टेण्ड - बिहारशरीफ - 15 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग -पटना से बस द्वारा बिहारशरीफ एवं बिहारशरीफ से जीप, टैम्पो आदि द्वारा कुण्डलपुर, नालन्दा से 3 कि.मी. निकटतम प्रमुख नगर - बिहारशरीफ-15 कि.मी.,राजगिर-15 कि.मी.,पटना-90 कि.मी.,गया - 80 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - भगवान महावीर जन्मभूमि कुण्डलपुर दिगम्बर जैन समिति अध्यक्ष - कर्मयोगी ब्र, रवीन्द्र कुमार जैन (094127 08203) महामंत्री - श्री अनिल कुमार जैन, दिल्ली (09810383697), श्री अजय कुमार जैन (06112-2352285, 2221250) मंत्री - श्री विजय जैन, हस्तिनापुर (०94578 17324) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 05 क्षेत्र पर पहाड़ - नहीं ऐतिहासिकता - सदियों से जन-जन की आस्था का केन्द्र भगवान महावीर स्वामी की गर्भ एवं जन्मकल्याणक भूमि कुण्डलपुर (नालंदा) में गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से नंद्यावर्त महल तीर्थ का निर्माण किया गया है। वर्तमान समय से 2610 वर्ष पूर्व भगवान महावीर ने इसी धरती पर सात खण्ड के ऊँचे दिव्य 'नंद्यावर्त' नामक महल में जन्म लिया था। उसी की स्मृति में इस तीर्थ का निर्माण पूज्य माताजी के सान्निध्य में मात्र 22 महीनों की अल्पावधि (सन् 2003-04) में हुआ है। यहाँ पर 101 फुट ऊँचा तीर्थंकर महावीर जिनमंदिर, नवग्रहशांति जिनमंदिर, भगवान ऋषभदेव जिनमंदिर, त्रिकाल चौबीसी जिनमंदिर एवं नंद्यावर्त महल की ऊपरी मंजिल पर भगवान शांतिनाथ जिनालय अति आकर्षक रूप में निर्मित हैं। महावीर जिनमंदिर में भगवान की अवगाहना प्रमाण 11 फुट की खड्गासन चमत्कारिक प्रतिमा विराजमान है। वार्षिक मेला : प्रतिवर्ष महावीर जयंती पर्व पर कुण्डलपुर महोत्सव-चैत्र शुक्ला त्रयोदशी समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र राजगिर-15कि.मी., पावापुर-25 कि.मी., गुणावाँ-45 कि.मी., सम्मेदशिखर-225कि.मी. आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें| Link to comment Share on other sites More sharing options...
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