Jump to content
फॉलो करें Whatsapp चैनल : बैल आईकॉन भी दबाएँ ×
JainSamaj.World

Recommended Posts

Posted

English: Explain why the article emphasizes that forgiveness is not merely about external actions but about internal states.

Hindi: समझाइए कि लेख में यह क्यों कहा गया है कि क्षमा केवल बाहरी कार्य नहीं है, बल्कि आंतरिक स्थिति के बारे में है।

प्रतियोगिता समाप्त होने तक आपके उत्तर किसी ओर को नहीं दिखेंगे 

आप भी किसी के उत्तर नहीं देख पाएंगे 

( निबंध नहीं लिखना :2 से 10 लाइन मे लिख सकते हैं 

  • Like 1
Posted

वास्‍तव में क्रोध है वह भूल जिसके कारण अपनी महिमा अन्‍तरंग में जागृत होती नहीं । भोगादि सामग्री में अपने सुख का आभास करके अविनाशी शान्ति की अवहेलना करना अनन्‍ता क्रोध है । ‘परपदार्थों का मैं कुछ कर सकता हूँ और परकी सहायता के बिना मैं कुछ नहीं कर सकता’ ऐसी धारणा के द्वारा अपनी शक्ति का तिरस्‍कार करना, उसके प्रति अनन्‍ता क्रोध है

Posted

वास्‍तव में क्रोध है वह भूल जिसके कारण अपनी महिमा अन्‍तरंग में जागृत होती नहीं । भोगादि सामग्री में अपने सुख का आभास करके अविनाशी शान्ति की अवहेलना करना अनन्‍ता क्रोध है । ‘परपदार्थों का मैं कुछ कर सकता हूँ और परकी सहायता के बिना मैं कुछ नहीं कर सकता’ ऐसी धारणा के द्वारा अपनी शक्ति का तिरस्‍कार करना, उसके प्रति अनन्‍ता क्रोध है

Posted

सबसे पहले मेरे ओर से उतम क्षमा  भगवान पारसनाथ की एक कहानी से उत्तर दे रहा हूँ 🙏🙏

Posted

यदि हम बाहरी क्षमा ही करे अंतरंग में द्वेष रखे तो ये तो दिखावटी क्षमा होगी,अतः हमे अंतरंग से द्वेष, बैर भाव और क्रोध को समाप्त कर अंतरंग से क्षमा करना चाहिए।यही वास्तविक क्षमा होती हैं।

Posted

Forgiveness is given by the mind. Forgiveness comes from the feelings. True forgiveness is to not keep any kind of malice for anyone in your mind.

 

As Bhagwan Mahavir has said 'Kshma Veerasya Bhushnam'.

 

The more forgiving a person is, the more patient, brave and serious he is.

 

Forgiveness means not keeping any kind of resentment in your mind. Forgiveness is what makes our feelings pure. The more stable a person is in his mind , the more forgiving he will be.

Posted

जब तक अन्दर से शांति नही होगी तब तक क्षमा बनावटी होगी इसलिए हमे अपने अन्दर से क्षमा भाव जाग्रत करने की अवश्यकता है 

Posted

Kshama केवल दिखावे के लिए नही दिनी जाहिए परंतु अपने मनमें द्वेस्न ना रखकर प्रित्ती रखकर देनी चाहिए

Posted

जब हम मन से किसी को क्षमा करेंगे तभी हमारा जीवन शांतिपूर्ण ढंग से चल पाएगा और हम खुश रह पाएंगे। अंदर से सरल ह्रदय वाला व्यक्ति ही आंतरिक क्षमा कर सकता है। बिना इसके मोक्ष की प्राप्ति संभव नहीं है।

Posted

क्योंकि क्षमा व्यक्ति के अंदर से आती है, जब तक अंदर से क्षमा नहीं किया जाता वह उत्तम क्षमा  नहीं मानी जाती है। 

Posted

Uttam kshma dharm sarbopari dharam h 

Uttam kshma se krodh ko jeeta jata h

Yeh kewal bahari karya nhi h

Isse antarng roop me badlaw hota h

Uttam kshma pratham dharam hota h 

Kshma dharm se bair duesh ka ant hota h 

Kshma veerasya bhoosnam

Posted

वास्तविक क्षमा का अर्थ है द्वेष से रहित क्षमा! जो व्यक्ति अंतरंग से क्रोध को शांत कर लेता है! वही सही क्षमा को धारण करता है! अंतरंग में ही शांति है और उसका भंग ना होना सिर्फ़ हमारे ऊपर निर्भर है! दूसरो पर nhinhi

Posted

जिनके अंतरंग में क्षमा भाव होता है उनके शरीर पर किए हुए  उपसर्ग से द्वेषता का भाव नहीं आता चाहे कोई उन्हें गली दे या क्षति पहुंचाए क्षमा वीर भूषण

Posted

 क्रोध करने से कषाय का भाव आ जाता है। शात भाव रखने में कषाय भाव में मंदता आती है।

Posted

जय जिनेंद्र हमनेजाना सिर्फ उत्तमक्षमा कह देने से सच्ची क्षमा नहीं होती क्षमा तो हृदयमें धारण होनी चाहिए

Posted

बाहर से तो हम लोभ,भय, मायाचारी, स्वार्थ आदि के कारण क्षमा भाव धारण करते हैं लेकिन अंदरसे चारों कषायों का त्याग करना ही सही अर्थों में क्षमा है

Posted

क्षमा कयी प्रकार की है।

क्षमा करते वक्त अपने भाव कैसे है यह महत्व रखता है। अगर मन में द्वेष है,राग है ओर हम उपर से कह रहे जा मैंने तुझे माफ कर दिया तो यह गलत व्यवहार है। क्यों कि मन में तो उसके लिए क्रोध है और जहां क्रोध है वहा क्षमा कैसे आयेंगी। क्षमा अंतरंग मे रहने से ही क्रोध से छुटकारा मिलेगा।

Join the conversation

You can post now and register later. If you have an account, sign in now to post with your account.

Guest
Reply to this topic...

×   Pasted as rich text.   Paste as plain text instead

  Only 75 emoji are allowed.

×   Your link has been automatically embedded.   Display as a link instead

×   Your previous content has been restored.   Clear editor

×   You cannot paste images directly. Upload or insert images from URL.

  • Who's Online   1 Member, 0 Anonymous, 9 Guests (See full list)

  • अपना अकाउंट बनाएं : लॉग इन करें

    • कमेंट करने के लिए लोग इन करें 
    • विद्यासागर.गुरु  वेबसाइट पर अकाउंट हैं तो लॉग इन विथ विद्यासागर.गुरु भी कर सकते हैं 
    • फेसबुक से भी लॉग इन किया जा सकता हैं 

     

×
×
  • Create New...