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JainSamaj.World

About This Club

जैन समाज रोहतक

Category

Regional Samaj

Jain Type

Digambar
Shwetambar

Country

Bharat (India)

State

Haryana
  1. What's new in this club
  2. अतिशय क्षेत्र रोहतक नाम एवं पता - श्री दिगम्बर जैन मंदिर, दि. जैन सोसायटी, सराय मोहल्ला, सिविल रोड़, रोहतक (हरियाणा) 124001 टेलीफोन - 01262-271402, 094166 30602 (विनोद जैन) क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 10, कमरे (बिना बाथरूम) - 12 हाल - 2, गेस्ट हाऊस - X यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 125 भोजनशाला - सशुल्क विद्यालय - है। औषधालय - है। पुस्तकालय - है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - रोहतक जंक्शन बस स्टेण्ड - रोहतक पहुँचने का सरलतम मार्ग - दिल्ली से हर 5 मिनट बाद बस सर्विस व ट्रेन सर्विस महाराजा अग्रसेन राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 10 निकटतम प्रमुख नगर - दिल्ली - 70 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री दि. जैन सोसायटी दि. जैन मंदिर सराय मोहल्ला, रोहतक अध्यक्ष - जैन रत्न श्री राजेश जैन, एल.पी.एस. (09811082838) मंत्री - श्री अतुल जैन, मालाबार (०9728999999) कोषाध्यक्ष - श्री विनोद जैन, डी.एल.एफ (09416630602) मुख्य प्रबन्धक - तीर्थ रक्षा शिरोमणी श्री प्रभाष जैन (०9416243211, नि.01262-269420) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या - 8 क्षेत्र पर पहाड़ - नहीं। ऐतिहासिकता - गणधराचार्य श्री 108 कुन्थुसागरजी महाराज की प्रेरणा से यह क्षेत्र अतिशय क्षेत्र घोषित हुआ। मंदिर के मूल प्रकोष्ठ में 24 तीर्थंकरों के साथ भगवान महावीर की मूल प्रतिमा विराजमान है। मंदिरजी में 8 वेदियाँ है तथा एक सुन्दर मानस्तंभ भी है। रोहतक से 6 कि.मी. की दूरी पर एक गांव अस्थल बोहर है। यह नाथ पंथ अनुयाइयों का प्रमुख केन्द्र है। यह तो इतिहास सिद्ध है कि नाथ पंथ पर श्रमण दर्शन एवं संस्कृति का प्रभाव है। श्री गोरखनाथजी का यहां पर एक मठ है। इस मठ के संग्रहालय में गुरु मठ के निर्माण के समय खुदाई करने पर जिन प्रतिमाएं निकली थी। यह प्रतिमाएं संग्रहालय में अब भी सुरक्षित है। यहाँ अतिशयमयी प्रतिमा चमत्कार दिखा रही है। इस प्रतिमा के भक्तिपूर्वक दर्शन से आराधक पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है तथा उसकी कुत्सित वृत्ति समाप्त हो जाती है। आजीविका, व्यापार में भी वृद्धि होती है। मन वांछित फल प्राप्त होता है। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र हाँसी-65 कि.मी., रानीला-50 कि.मी., हिसार-100 कि.मी., कासन-80 कि.मी., शिकोहापुर-80 कि.मी., तिजारा-140 कि.मी., श्री महावरीजी-325 कि.मी., हस्तिनापुर-160 कि.मी.
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