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JainSamaj.World

About This Club

जैन समाज उज्जैन

Category

Regional Samaj

Jain Type

Digambar
Shwetambar

Country

Bharat (India)

State

Madhya Pradesh
  1. What's new in this club
  2. अतिशय/सिद्ध क्षेत्र महावीर तपोभूमि-उज्जैन मध्यप्रदेश नाम एवं पता - श्री महावीर तपोभूमि इन्दौर रोड़, उज्जैन, जिला - उज्जैन (म.प्र.) पिन - 456001 टेलीफोन - 0734-2508103, 2508104 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - 8, कमरे (बिना बाथरूम) - 4 हाल - 2 (यात्री क्षमता-50) गेस्ट हाऊस - x यात्री ठहरने की कुल क्षमता - 250 भोजनशाला - सशुल्क, नियमित औषधालय - नहीं। पुस्तकालय - है। विद्यालय - नहीं। एस.टी.डी./ पी.सी.ओ.- है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - उज्जैन 8 कि.मी. बस स्टेण्ड - उज्जैन-8 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - सड़क मार्ग उज्जैन इन्दौर हाईवे पर निकटतम प्रमुख नगर - उज्जैन-8 कि.मी., सांवेर-15 कि.मी., इन्दौर - 45 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री महावीर तपोभूमि उज्जैन (म.प्र.) अध्यक्ष - श्री अशोक जैन (चायवाले) (09425092268) सचिव - श्री महेश जैन (09425092240) कोषाध्यक्ष - श्री फूलचंद छाबड़ा (09425945999) प्रबंधक - श्री सनत कुमार जैन (0734-2508103) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 07 एवं चौबीसी क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : उज्जयिनी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि अत्यन्त प्राचीन एवं पौराणिक है। यह भगवान महावीर की तपोभूमि एवं मुनि अभयघोष की निर्वाण भूमि है। इस तीर्थ के प्रेरणास्त्रोत मुनि श्री प्रज्ञासागरजी महाराज है, जो आचार्य श्री पुष्पदंत सागरजी महाराज के सशिष्य है। यहाँ विश्व के सबसे विशाल भगवान ऋषभदेव के (7x7) फुट के चरण चिन्ह, विश्व की प्रथम रत्नों की चौबीसी (11), कालसर्प योग निवारण हेतु श्री नेमिनाथ-पार्श्वनाथ मंदिर, पाषाण युक्त श्री कलिकुंड पार्श्वनाथ यंत्र एवं धर्मशाला, भोजनशाला, आहार कक्ष, हरीतिमा से युक्त महावीर उद्यान तीर्थ की शोभा रूप विद्यमान हैं। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र - मक्सी पार्श्वनाथ - 40 कि.मी., पुष्पगिरि - 65 कि.मी., जयसिंहपुरा -5 कि.मी. गोम्मटगिरि-इन्दौर -60 कि.मी., बनेड़ियाजी - 45 कि.मी. 103 आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
  3. अतिशय क्षेत्र जयसिंहपुरा - उज्जैन मध्यप्रदेश नाम एवं पता - श्री नेमिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र एवं पुण्य भूमि, जयसिंहपुरा जयसिंहपुरा, उज्जैन (मध्यप्रदेश) पिन - 456001 टेलीफोन - 0734-2552208, 09907025457 क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएँ आवास - कमरे (अटैच बाथरूम) - X, (बिना बाथरूम) - 7 हाल - 1 (यात्री क्षमता - 100), गेस्ट हाउस - X यात्री ठहराने की कुल क्षमता - 125. भोजनशाला - अनुरोध पर सशुल्क औषधालय - नहीं पुस्तकालय - नहीं। विद्यालय - नहीं एस.टी.डी./ पी.सी.ओ. - मंदिर के पास है। आवागमन के साधन रेल्वे स्टेशन - उज्जैन - 3 कि.मी. बस स्टेण्ड - उज्जैन - 3 कि.मी. पहुँचने का सरलतम मार्ग - रेल अथवा सड़क मार्ग निकटतम प्रमुख नगर - इन्दौर - 60 कि.मी., गोम्मटगिरि - 56 कि.मी. प्रबन्ध व्यवस्था संस्था - श्री दिगम्बर जैन मन्दिर ट्रस्ट, नमकमंडी, उज्जैन अध्यक्ष - श्री प्रकाशचन्द्र कासलीवाल (मो.: 094250-92967) मंत्री - श्री अनिल गंगवाल (0734-2556733) क्षेत्र का महत्व क्षेत्र पर मन्दिरों की संख्या : 01 (एक विशाल जैन मंदिर) क्षेत्र पर पहाड़ : नहीं ऐतिहासिकता : यह क्षेत्र वर्तमान उज्जैन नगर सीमा में ही है। इसका प्राचीन नाम अवंतिकापुरी था। जैन शासन के दौरान ही इसका नाम उज्जैन पड़ गया। श्वेताम्बर मान्यतानुसार यहाँ पर श्मसान में भगवान महावीर पर रुद्र ने उपसर्ग किया था। मुनि अभयघोष अंतकृत केवली यहाँ से मोक्ष पधारे थे, अत: इस स्थान को सिद्ध क्षेत्र माना जाता है। यहीं पर दुर्भिक्ष की भावी घटना ज्ञात होने पर अंतिम श्रुतकेवली भद्रबाहु अपने विशाल संघ सहित दक्षिण भारत की ओर चले गये थे। उनके साथ सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य भी मुनि दीक्षा लेकर चले गये थे। जयसिंहपुरा मन्दिर के समीप मालवा प्रांतिक सभा बड़नगर द्वारा निर्मित भव्य पुरातत्व संग्रहालय में जैन पुरातत्व सामग्री से समृद्ध प्राचीन मूर्तियाँ और कलाकृतियाँ सुरक्षित हैं। यह संग्रहालय दर्शनीय है। उज्जैन में 8 बड़े भव्य जिनालय एवं 10 छोटे मंदिर हैं । शिव ज्योतिर्लिंग (महाकाल), चिन्तामन गणेश, जंतर - मन्तर, कालियादह पैलेस, सांदीपन आश्रम, भतृहरि (भरतरी) गुफा इत्यादि भी दर्शनीय हैं। समीपवर्ती तीर्थक्षेत्र मक्सी - 36 कि.मी., पुष्पगिरि -80 कि.मी., गोम्मटगिरि इन्दौर -60 कि.मी. भगवान महावीरतपोभूमि -5 कि.मी आपका सहयोग : जय जिनेन्द्र बन्धुओं, यदि आपके पास इस क्षेत्र के सम्बन्ध में ऊपर दी हुई जानकारी के अतिरिक्त अन्य जानकारी है जैसे गूगल नक्षा एवं फोटो इत्यादि तो कृपया आप उसे नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें| यदि आप इस क्षेत्र पर गए है तो अपने अनुभव भी लिखें| ताकि सभी लाभ प्राप्त कर सकें|
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