समाधि मरण धर्म हमारा !
नीलगगन में एक सितारा,
समाधि मरण धर्म हमारा !
महावीर की प्यारी वाणी,
समधि मरण करे हर प्राणी !
उपवास हमारा नाश्ता है,
समाधि मरण में आस्था है !
समाधि मरण की हे अभिलाषा,
न्याय मिले बस हे एक आशा !
अंतिम चरण समाधि मरण,
मोक्षधाम को मिले शरण !
समाधिमरण प्यारा है,
ऋषि-मुनियोँ का नारा है !
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