⚫ धर्म बचाओ आंदोलन ⚫ 24 अगस्त, सोमवार ************************** सभी स्थानों पर मीटिंग का दौर शुरू हुआ । प्रायः सभी स्थानों पर निम्नांकित बिंदुओं पर विचार किया गया है~ 1 २४ अगस्त को सकल जैन समाज अपने ऑफिस, प्रतिष्ठान, स्कूल, कॉलेज की छुट्टी/ बन्द रखेंगे। 2 २४ अगस्त को माननीय प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, कलेक्टर, SDM, तहसीलदार के नाम का विरोध रूपी ज्ञापन सौपेंगे। 3 २४ अगस्त को समाज का प्रत्येक व्यक्ति महिला पुरुष बच्चे सभी एक साथ विरोध प्रदर्शन जुलूस मे सम्मलित होंगे। 4 २४ अगस
जैन समाज की संथारा/सल्लेखना प्रथा पर रोक लगाते राजस्थान हाईकोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए स्टे लगा दिया। यह संभव हुआ आप सभी के प्रयासो से, णमोकार मंत्र के जाप से, और आप सभी के मौन जुलूस मे उपस्तिथि से.सभी को धन्यवाद एवं हार्दिक शुभकामनाए.
सल्लेखना क्या है?-- जैन साधना का प्राण है सल्लेखना मुनिश्री १०८ प्रमाणसागर जी महाराज सल्लेखना जैन साधना का प्राण है. सल्लेखना के अभाव में जैन साधक की साधना सफल नहीं हो पाती. जिस प्रकार वर्षभर पढ़ाई करने वाला विद्यार्थी यदि ठीक परीक्षा के समय विद्यालय न जाये तो उसकी वर्षभर की पढ़ाई निरर्थक हो जाती है, उसी तरह पूरे जीवनभर साधना करने वाला साधक यदि अंत समय में सल्लेखना /संथारा धारण न कर सके तो उसकी साधना निष्फल हो जाती है. सल्लेखना का फल बताते हुए जैन शास्त्रों में लिखा गया है कि यदि कोई भी व्यक्ति
नीलगगन में एक सितारा, समाधि मरण धर्म हमारा ! महावीर की प्यारी वाणी, समधि मरण करे हर प्राणी ! उपवास हमारा नाश्ता है, समाधि मरण में आस्था है ! समाधि मरण की हे अभिलाषा, न्याय मिले बस हे एक आशा ! अंतिम चरण समाधि मरण, मोक्षधाम को मिले शरण ! समाधिमरण प्यारा है, ऋषि-मुनियोँ का नारा है !
निम्न बिन्दुओं पर समस्त समाज ध्यान दें- 1. 24 अगस्त को सकल जैन समाज अपने आॅफिस/प्रतिष्ठान/स्कूल व काॅलेज की छृट्टी/बंद रखे। 2. 24 अगस्त को माननीय प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार के नाम का ज्ञापन सौपेंगे। 3. 24 अगस्त को समाज का प्रत्येक व्यक्ति महिला, पुरूष, बच्चे सभी एकसाथ प्रदर्शन जुलूस में सम्मिलित होंगे। 4. 24 अगस्त को बन्द करने के लिए व्यापारी वर्ग, राजनेताओं और विभिन्न संगठनों से अपील करेंगे कि वह जैन धर्म के विपत्ति के समय उनका सहयोग करें एवं बद में साथ दें।